भस्त्रिका प्राणायाम से नहीं होगी शरीर में ऑक्सीजन की कमी, फेफड़ों को भी करता है मजबूत
Bhastrika Pranayama फेफड़ों को मजबूत करता है भस्त्रिका प्राणायाम नहीं होने देता शरीर में ऑक्सीजन की कमी नियमित करें अभ्यास। योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और कोरोना संक्रमण से भी बचाव होता है।
शामली, जेएनएन। योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और कोरोना संक्रमण से भी बचाव होता है। तमाम प्राणायाम और आसन के अभ्यास से शरीर में आक्सीजन की मात्रा कम नहीं होगी। भस्त्रिका प्राणायाम भी काफी फायदेमंद है।
योग प्रशिक्षिका डा. कुमुद शर्मा ने बताया कि थोड़ा समय निकालकर आसानी से हम भस्त्रिका प्राणायाम कर सकते हैं। पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं। ध्यान मुद्रा में धीरे-धीरे श्वांस भरें और फिर बलपूर्वक श्वांस को बाहर छोड़ें। इसके बाद बल से ही श्वांस को भरें और इसी तरह बाहर छोड़ें। 15 से 20 मिनट तक इस प्राणायाम को करें। शरीर को आक्सीजन काफी मात्रा मिलती है और कार्बनडाइ आक्साइड बाहर निकलती है। साथ ही नाड़ियां साफ होती हैं और रक्त संचार बेहतर होता है। फेफड़े मजबूत बनते हैं और शरीर की प्रत्येक कोशिका में आक्सीजन की कमी नहीं होती। तनाव को दूर करने में भी फायदेमंद है। लेकिन नियमित अभ्यास करने की जरूरत होती है।
भुजंगासन और गोमुखासन के अभ्यास से भी आक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। इसलिए हमें योग को अपने जीवन में अवश्य जोड़ना चाहिए। साथ ही खानपान पर भी ध्यान दें। गरिष्ठ भोजन से दूरी बनाएं।