कल यूपी गेट पर भाकियू ने बुलाई महापंचायत, संजय दौरालिया व नरेश मवाना की बहाली, जानिए क्या है मेरठ के किसानों की तैयारी
मेरठ में भारतीय किसान यूनियन ने कृषि कानून के विरोध में यूपी गेट पर बुलाई महापंचायत है। छह वर्षों के लिए निष्कासित किए गए संजय व नरेश को 35 दिन में ही प्रदेश संगठन ने दिया मौका ।
मेरठ, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन ने कृषि कानून के विरोध में यूपी गेट पर डेरा डाला हुआ है। मंगलवार शाम केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ बेनतीजा रही बैठक के बाद भाकियू ने गुरुवार को यूपी गेट पर ही किसानों की महापंचायत बुलाई है। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बताया कि महापंचायत में सरकार से वार्ता करने की रणनीति तैयार की जाएगी। इसके लिए पूरे मेरठ मंडल के किसानों को मुख्य तौर पर बुलाया गया है। किसानों की अधिक से अधिक संख्या महापंचायत में जुटेगी। वहीं, बुधवार को जिले के कई स्थानों से भाकियू जिला संयोजक गजेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी व बबलू जटौली ट्रैक्टरों के रेले के साथ यूपी गेट के लिए रवाना हुए हैं।
इन जिलों से पहुंचेंगे किसान
तीन दिसंबर को यूपी गेट पर होने वाली भाकियू की महापंचायत में मेरठ समेत पूरे मंडल के किसान पहुंचेंगे। मेरठ के अलावा बुलंदशहर, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली व गौतमबुद्धनगर के किसान महापंचायत में हिस्सा लेंगे। महापंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है।
संजय दौरालिया और नरेश मवाना की बहाली
भारतीय किसान यूनियन प्रदेश संगठन ने संजय दौरालिया और नरेश मवाना को बहाल कर दिया है। बता दें कि संगठन के अनुशासन तोड़ने पर दोनों को आलाकमान ने छह वर्षों के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया था। 27 अक्टूबर को परतापुर तिराहे स्थित कार्यालय पर बैठक करते हुए संजय दौरालिया को जिलाध्यक्ष घोषित कर दिया गया था। इस संबंध में प्रदेशाध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन का कहना है कि संजय दौरालिया व नरेश मवाना ने संगठन के अनुशासन को बनाए रखने का भरोसा दिया है। इसी आधार पर उन्हें बहाल किया गया है।