मेरठ में पुलिस की नजरबंदी तोड़कर भाग निकले भाकियू पदाधिकारी, जानिए पंचायत की तैयारी में क्या है आगे की रणनीति
मेरठ में दिन निकलने से पहले ही जिले के डीएम के. बालाजी व एसपी देहात भाकियू पदाधिकारियों के घर स्वयं पहुंचे थे। उन्होंने भाकियू पदाधिकारियों से दिल्ली न जाने के लिए भी आग्रह किया। भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी नजरबंदी तोड़कर दिल्ली की ओर कूच कर गए हैं।
मेरठ, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के घर गुरुवार को दिन निकलने से पहले ही पुलिस पहुंच गई। सभी पदाधिकारियों को नजरबंद रखा गया। सुबह करीब दस बजे पदाधिकारी नजरबंदी तोड़ते हुए पुलिस को चकमा देकर दिल्ली की ओर कूच कर गए। दिन निकलने से पहले ही जिले के डीएम के. बालाजी व एसपी देहात भाकियू पदाधिकारियों के घर स्वयं पहुंचे थे। उन्होंने भाकियू पदाधिकारियों से दिल्ली न जाने के लिए भी आग्रह किया। भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया कि वह नजरबंदी तोड़कर दिल्ली की ओर कूच कर गए हैं। सभी पदाधिकारी मार्ग में अलग-अलग हैं।
जिलाध्यक्ष व संयोजक को किया नजरबंद
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ईकडी के घर सुबह चार बजे सरधना पुलिस पहुंची। उन्हें नजरबंद किया गया। वहीं, संयोजक गजेंद्र सिंह दबथुवा के निवास पर भी पुलिस ने नजरबंदी की कार्रवाई की। प्रेस प्रवक्ता बबलू के घर जटौली में कंकरखेड़ा पुलिस ने नजरबंद किया। उधर, जानी में हरेंद्र समेत कई पदाधिकारियों को भी नजरबंद किया गया। भाकियू राकेश टिकैत के सभी पदाधिकारी पुलिस को चकमा देकर दिल्ली की ओर कूच कर गए।
भाकियू तोमर गुट के मंडल अध्यक्ष भी नरजबंद
भाकियू तोमर गुट के मंडल अध्यक्ष पदम सिंह के जिंजोखर स्थित निवास पर सुबह दस बजे कंकरखेड़ा पुलिस पहुंची। उनके साथ जिंजोखर के ही जिलाध्यक्ष विनीत कुमार सांगवान को भी नजरबंद रखा गया है। कंकरखेड़ा पुलिस के दारोगा सरजेश कुमार व उनके साथ पुलिस फोर्स मौजूद रही।