बीएड प्रवेश परीक्षा : अभ्यर्थियों ने निडर होकर दी बीएड प्रवेश परीक्षा
कोरोना के भय से बाहर निकलकर युवा अब अपने भविष्य को संवारने की कोशिश में जुट गए हैं। शुक्रवार को शिवरात्रि के दिन हुई बीएड प्रवेश परीक्षा में अभ्यर्थियों की उपस्थिति अच्छी रही। मेरठ जिले में 29 केंद्रों पर 88 फीसद से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना के भय से बाहर निकलकर युवा अब अपने भविष्य को संवारने की कोशिश में जुट गए हैं। शुक्रवार को शिवरात्रि के दिन हुई बीएड प्रवेश परीक्षा में अभ्यर्थियों की उपस्थिति अच्छी रही। मेरठ जिले में 29 केंद्रों पर 88 फीसद से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। जबकि चौधरी चरण सिंह विवि से जुड़े मेरठ और सहारनपुर मंडल के कालेजों में 135 केंद्र पर 86 फीसद से अधिक परीक्षार्थी सम्मिलित हुए। परीक्षा कक्ष में जहां कोविड प्रोटोकाल का पालन हुआ, परीक्षा छूटने के बाद केंद्रों से बाहर प्रोटोकाल टूटता नजर आया।
बीएड प्रवेश परीक्षा दो पालियों में हुई। पहली पाली में सामान्य ज्ञान और भाषा से संबंधित सवाल पूछे गए थे। दूसरी पाली दो बजे से पांच बजे तक चली, जिसमें अभिरुचि परीक्षण, योग्यता के साथ कला, विज्ञान, वाणिज्य से प्रश्न रहे। परीक्षा के दौरान केंद्रों पर अभ्यर्थियों के शरीर का तापमान भी जांचा गया। कोविड को देखते हुए इस बार लखनऊ विवि की ओर से परीक्षा केंद्र पर सभी अभ्यर्थियों को कोविडरोधी किट भी दी गई। परीक्षा में हर साल की तरह इस बार भी महिलाओं की संख्या अधिक रही।
मेरठ में 11827 ने दी परीक्षा
बीएड प्रवेश परीक्षा में मेरठ जिले में 13367 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। पहली पाली में 11820 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। 1547 अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में 11827 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। 1540 गैरहाजिर रहे। जबकि सीसीएसयू से जुड़े मेरठ और सहारनपुर मंडल में 59064 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड थे। इसमें पहली पाली में 51123 उपस्थित रहे। 7941 अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में 51159 ने परीक्षा दी। 7905 अनुपस्थित रहे।
नौ जिलों का हाल
जिला परीक्षा दी - अनुपस्थित रहे
बागपत 2577 302
बुलंदशहर 4860 560
गौतमबुद्धनगर 5394 1406
गाजियाबाद 11596 2405
हापुड़ 2584 313
मेरठ 11827 1540
मुजफ्फरनगर 4274 526
सहारनपुर 5964 636
शामली 2083 217
परीक्षा सुरक्षित तरीके से कराई गई। किसी भी सेंटर से किसी भी गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है। सभी केंद्रों पर अभ्यर्थियों की उपस्थित भी ठीक रही है।
प्रो. पीके मिश्रा, नोडल समन्यक
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परीक्षा के दौरान नकल पर निगरानी की गई। विवि के पर्यवेक्षक के अलावा लखनऊ विवि के प्रतिनिधि भी परीक्षा केंद्रों के संपर्क में रहे।
धीरेंद्र कुमार, नोडल अधिकारी व रजिस्ट्रार, सीसीएसयू