संभल कर चलें..परतापुर फ्लाईओवर हुआ संकरा
परतापुर फ्लाईओवर पर एकतरफ के रैंप पर कुछ दिन तक करीब 150 मीटर तक संकरे रास्ते से गुजरना पड़ेगा। करीब एक सप्ताह बाद उसे पूरी चौड़ाई के साथ खोल दिया जाएगा।
मेरठ, जेएनएन। परतापुर फ्लाईओवर पर एकतरफ के रैंप पर कुछ दिन तक करीब 150 मीटर तक संकरे रास्ते से गुजरना पड़ेगा। करीब एक सप्ताह बाद उसे पूरी चौड़ाई के साथ खोल दिया जाएगा। हाल ही में रैंप को काटा गया है। उसे मजबूती देने के लिए आरई वाल खड़ी की जा रही है। जिस कारण दूसरी तरफ खाईं जैसी गहराई हो गई है। ऐसे में कोई वाहन दुर्घटनाग्रस्त न हो इसलिए सीमेंट के ब्रेकर बीच में रख दिए गए हैं। बारिश का समय है, इसलिए मिट्टी भी खिसक सकती है। वाहन फिसल भी सकते हैं। ब्रेकर रखने से रैंप वाले रास्ते की चौड़ाई आधी बची है। इससे रास्ता संकरा हो गया है। उस जगह से बस, ट्रक आराम से निकल सकते हैं, लेकिन कोई भी वाहन किसी को ओवरटेक नहीं कर सकता। आरई वाल जैसे ही रैंप की ऊंचाई के बराबर हो जाएगी खतरा टल जाएगा और फिर ब्रेकर हटा लिए जाएंगे।
फ्लाईओवर पूरी तरह से
सुरक्षित :कार्यदायी कंपनी
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए रैंप को तोड़कर कार्य कर रही कंपनी जीआर इंफ्रा लिमिटेड के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज बैरवा का कहना है कि रैंप काटा गया है, लेकिन उससे फ्लाईओवर को कोई क्षति नहीं पहुंची है। उसे अब और मजबूती मिल जाएगी। कुछ लोगों को गलतफहमी हो गई थी कि दरार पड़ गई है कि जबकि फ्लाईओवर पूरी तरह से सुरक्षित है। जहां आरई वाल खड़ी की जा रही है, वहीं कुछ इंच लंबाई तक बारिश की वजह से मिट्टी गिरी थी। जो मिट्टी गिरी है उसे वैसे भी जेसीबी से तोड़ा जाना था।