गुब्बारे फुलाकर परखी फेफड़े की ताकत
कोरोना से लड़ने के लिए आपका शरीर कितना तैयार है इसकी जांच चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय में की गई। इस मौके पर गुब्बारे में मुंह से हवा भरकर फेफड़े की क्षमता परखी गई।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना से लड़ने के लिए आपका शरीर कितना तैयार है, इसकी जांच चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय में की गई। इस मौके पर गुब्बारे में मुंह से हवा भरकर फेफड़े की क्षमता परखी गई। उधर, लैब में रक्त की जांचकर यह देखा गया कि डब्ल्यूबीसी कितना है।
स्वास्थ्य परीक्षण अभियान की शुरुआत कुलपति प्रोफेसर एनके तनेजा ने की। आधुनिक मशीनों द्वारा जंतु विज्ञान विभाग ने शरीर की तीन स्तरीय जांच की। जांच में यह जाना गया कि कोरोना से लड़ने के लिए आपका शरीर कितना मजबूत है। अभियान सात दिन तक चलेगा। विवि के सभी शिक्षकों और कर्मचारियों का स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाएगा। परीक्षण में जांच कर यह देखा जा रहा है व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कितनी है। जांच में सांस लेने की क्षमता, रक्त में डब्ल्यूबीसी की मात्रा, पल्स रेट, शरीर के तापमान को देखा जा रहा है। पहले दिन हुई 50 लोगों की जांच
पहले दिन 50 लोगों की जांच की गई। कुलपति प्रो. एनके तनेजा, प्रति कुलपति प्रो. वाई विमला, कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा, वित्त नियंत्रक सुशील कुमार गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक डॉ अश्वनी कुमार शर्मा सहित सभी डीन व डायरेक्टर की जांच की गई। पीपीई किट पहनकर की जांच
छात्र-छात्राओं ने पीपीआई किट पहन रखी थी। जंतु विज्ञान की विभागाध्यक्ष प्रो. नीलू जैन गुप्ता के निगरानी में एमएससी, पीएचडी, एमबीए हॉस्पिटलिटी आदि के छात्र-छात्रों ने परीक्षण में सहयोग किया। इसमें अंजुला श्रीवास्तव, अदिति चौहान, शीबा नवाज की टीम ने गुब्बारे और आधा गिलास पानी के बुलबुले से फेफड़े की क्षमता का परीक्षण किया। वालंटियर अनुष्का ने आक्सीजन की जांच कर पल्स और आक्सीजन की मात्रा बताया। डा. आशा राणा ने शरीर के तापमान की जांच की। चंद्रपाल और सम्यादास ने डब्लूबीसी एनलाइजर टेस्ट से रक्त में डब्लूबीसी की मात्रा का परीक्षण किया।