बागपत : नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मिलने पर कंपनी की डिपो को भेजा नोटिस, पांच दिन में देना होगा जवाब
बीते दिनों बागपत में पकड़े गए 60 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने इंजेक्शन की कंपनी के डिपो को नोटिस भेजकर पांच दिन में जवाब मांगा। तेलंगाना राज्य की एक कंपनी का इंजेक्शन पर रेपर लगा था। कंपनी से जवाब मांगा है।
बागपत, जेएनएन। दिल्ली ले जाते समय पकड़े गए 60 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने इंजेक्शन की कंपनी के डिपो को नोटिस भेजकर पांच दिन में जवाब मांगा। तेलंगाना राज्य की एक कंपनी का इंजेक्शन पर रेपर लगा था। बागपत पुलिस ने 19 मई को एक्सयूवी गाड़ी से 60 इंजेक्शन रेमडेसिविर बरामद कर मनमोहन व उसका बेटा मुकंद निवासी गांधी कालोनी, नई मंडी मुजफ्फरनगर व बिशन निवासी सलेमपुर चौक रानीपुर हरिद्वार को गिरफ्तार किया। लखनऊ लैब में उक्त इंजेक्शन नकली साबित हुए हैं। आरोपित इंजेक्शन की कालाबाजारी के साथ बीमार मरीजों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे थे।
तैलंगाना की एक कंपनी का रेपर
ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शनों पर तैलंगाना की एक कंपनी का रेपर लगा है जिसकी डिपो दिल्ली में है। डिपो को इंजेक्शन के संबंध में नोटिस देकर पूछा गया कि क्या उक्त इंजेक्शन उनकी कंपनी के हैं। नोटिस के जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आरोपित एसपी चौहान और विशाल चल रहे फरार
पंजाब के जीरकपुर से 14 मई को एसपी चौहान से 92 इंजेक्शन खरीदकर लाए थे। पकड़े गए मनमोहन के बेटे विशाल ने 32 इंजेक्शन मुजफ्फरनगर में बेचे थे। पुलिस ने एसपी चौहान व विशाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रखा है। कोतवाली प्रभारी एनएस सिरोही का कहना है कि दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है।