बागपत : हत्यारोपित युवक की ईंट और डंडों से पीट-पीटकर हत्या, पड़ोसी को जलाने के लिए पहुंचा था
बागपत में शनिवार की रात एक हत्यारोपित युवक ईंट और डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। युवक ने करीब पांच माह पूर्व पेट्रोल छिड़ककर पड़ोसी के मकान में आग लगा दी थी। इसमें एक किशोर की मौत हो गई थी तथा उसकी मां व भाई झुलस गये थे।
बागपत, जेएनएन। एक हत्यारोपित युवक की बागपत में शनिवार रात ईंट व डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। युवक ने करीब पांच माह पूर्व पेट्रोल छिड़ककर पड़ोसी के मकान में आग लगा दी थी। इसमें एक किशोर की मौत हो गई थी तथा उसकी मां व भाई झुलस गये थे। बागपत के ग्राम सूरजपुर महनवा निवासी नौशाद अपने परिवार के साथ बागपत नगर की आयशा कालोनी में किराये के मकान में रहता था। पड़ोस में ही जालौन जनपद के कस्बा कालपी निवासी अय्यूब भी अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहता था। अय्यूब और नौशाद के बीच किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था।
यह था घटनाक्रम
27 दिसंबर 2020 की रात नौशाद के मकान में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी। इसमें नौशाद के 12 वर्षीय बेटे समीर की मौत हो गई थी। नौशाद उसकी पत्नी शबनम, बेटे अयान और गुड्डू झुलस गये थे। नौशाद ने अय्यूब पर पेट्रोल छिड़ककर मकान में आग लगाने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बाद में नौशाद ने अदालत की शरण ली थी। अदालत के आदेश पर अय्यूब के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ था। फिर भी पुलिस ने अय्यूब को गिरफ्तार नहीं किया।
केरोसिन से जलाने के लिए पहुंचा था
वहीं इस घटना के बाद नौशाद अपने परिवार के साथ अपने गांव में जाकर रहने लगा। इसी गांव में अय्यूब की पत्नी उजमा भी रहती है। जिसके नौशाद से बहुत नजदीकी संबंध है। बताया गया कि शनिवार रात अय्यूब दोबारा नौशाद के परिवार को केरोसिन से जलाने के लिए मकान में पहुंच गया। इस दौरान नौशाद जाग गया, उसने शोर मचा दिया। बाद में लोगों ने अय्यूब की ईंट व डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की। नौशाद और अय्यूब की पत्नी उजमा को पुलिस अपने साथ कोतवाली ले गई, हालांकि उन दोनों की अभी गिरफ्तारी नहीं दर्शाई गई है। उधर, सीओ अनुज मिश्रा का कहना है कि कहना है कि केस का जल्द ही राजफाश किया जाएगा।
पुलिस की लापरवाही से गई अय्यूब की जान
इस मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर हो रही है। यदि पुलिस कार्रवाई करती तो शायद यह घटना न होती। पुलिस ने इस मामले शिथिलता दिखाई, जिसकेकारण अय्यूब की हत्या कर दी गई।