बागपत का अक्षय आत्महत्या प्रकरण : इंस्पेक्टर, दो दारोगा समेत 13 सिपाही लाइन हाजिर, पांच पर मुकदमा
बागपत जिले के रंछाड गांव के अक्षय आत्महत्या प्रकरण में बिनौली इंस्पेक्टर दो दारोगा समेत 13 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर कर दिए गए हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष का कहना है कि मामले से मुख्यमंत्री को अवगत करा दिया गया है। परिवार को फिलहाल पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी।
बागपत, जेएनएन। बागपत के बड़ौत में रंछाड गांव में पुलिस की दबिश से क्षुब्ध होकर स्वयं सेवक संघ के खंड संचालक के बेटे अक्षय के आत्महत्या करने के मामले में आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। एसपी ने बिनौली थाना इंस्पेक्टर, दो दारोगा समेत 13 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। इसी मामले में इंस्पेक्टर समेत पांच आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। गमगीन माहौल में अक्षय के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
घर पर दी थी दबिश
गांव रंछाड में सोमवार को टीकाकरण केंद्र पर पुलिस और ग्रामीणों के बीच हाथापाई और मारपीट के बाद पुलिस ने गांव में स्वयं सेवक संघ के बिनौली खंड संचालक श्रीनिवास के घर दबिश देकर तोडफ़ोड़ और मारपीट कर दी थी। इसी से क्षुब्ध होकर श्रीनिवास के बेटे अक्षय ने आत्महत्या कर ली थी। इससे गांव के लोगों का गुस्सा भड़क गया था। अक्षय के शव को उसके घर के सामने रखकर स्वजन व ग्रामीणों ने अधिकारियों के सामने मारपीट करने वाले पुलिस वालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई, मुकदमा दर्ज करने और ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग रखी थी।
पूरी रात चली अफसरों के साथ वार्ता
इसे लेकर पूरी रात अधिकारियों व ग्रामीणों में वार्ता चलती रही। मंगलवार तड़के एसपी अभिषेक सिंह ने बिनौली थाने के इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, तीन दारोगा और नौ 15 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही श्रीनिवास की तहरीर पर बिनौली इंस्पेक्टर, दारोगा समेत पांच पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। तीसरी मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया। इसके बाद सुबह पौने सात बजे अक्षय के शव उठाने दिया गया। पुलिस ने अक्षय के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर को अक्षय का शव घर पहुंचा, तो कोहराम मच गया। गमगीन माहौल में अक्षय के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
सीएम को कराया अवगत
भाजपा जिलाध्यक्ष सूरजपाल सिंह ने बताया कि मामले से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत करा दिया गया है। आरोपित पुलिसकर्मियों पर की गई कार्रवाई से वह संतुष्ट नहीं है। सभी को निलंबित कर विभागीय जांच कराई जानी थी।
इन पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई
एसपी ने बताया कि बिनौली थाने के इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, एसएसआइ ऊधम ङ्क्षसह तालान, बरनावा पुलिस चौकी प्रभारी दारोगा हरीशचंद त्यागी, दारोगा मयंक प्रताप सिंह (प्रशिक्षणाधीन), मुख्य आरक्षी जितेंद्र सिंह आरक्षी सलीम, इलियास, दीपक शर्मा, अश्वनी कुमार, रिक्रूट आरक्षी राहुल, कुलदीप और मुरली को लाइन हाजिर किया है। उधर, लाइन हाजिर के साथ-साथ चंद्रकांत पांडेय, उधम सिंह तालान, सलीम, अश्वनी, मुरली के खिलाफ तोडफ़ोड़, मारपीट, आत्महत्या के लिए उकसाना का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।