कोरोना से बचाव : स्टीम थेरेपी से वायरस को दें जख्म, जानें-मेरठ के चिकित्सक की राय
मेरठ में महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज की एसोसिएट प्रोफेसर डा. मेघा सरोहा कहती हैं कि स्टीम थेरेपी संक्रमितों व नान कोविड वालों के लिए उपयोगी है। इससे नाक और गले का कफ धीरे-धीरे विलीन हो जाता है। अन्य रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना का कोई सटीक उपचार न होने से वायरस की प्रकृति व संक्रमितों के लक्षण के आधार पर उपचार हो रहा है। अधिक कारगर उपाय ढूंढने को लेकर कई दिशाओं में शोध चल रहे हैं, जिसमें कई के उत्साहजनक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। इन्हीं में से स्टीम थेरेपी यानी भाप लेना भी कोरोना वायरस को निष्क्रिय करने का उपयोगी उपचार सामने आया है। इसे और भी प्रभावी बनाया जा सकता है।
कोविड वालों के उपयोगी
महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज की एसोसिएट प्रोफेसर डा. मेघा सरोहा कहती हैं कि स्टीम थेरेपी संक्रमितों व नान कोविड वालों के लिए उपयोगी है। इससे नाक व गले का कफ धीरे-धीरे विलीन हो जाता है। इससे काफी राहत होती है। सूखी खांसी व गले में खराश की समस्या में भी काफी आराम मिलता है। वहीं रोग से लडऩे के लिए जरूरी है कि आपका शरीर स्वस्थ हो। आयुर्वेद की कुछ औषधियों की सहायता से रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाई जा सकती है।
ऐसे लें भाप
- पानी को उबलने तक गर्म करें और कोई लक्षण न हों तो साधारण पानी की भी भाप ले सकते हैैं।
- लक्षण होने पर अजवायन, पुदीना, नीलगिरि तेल एक से पांच बूंद पानी में डालकर सिर को तौलिया से ढककर दस-पंद्रह मिनट भाप लें।
- नीलगिरि व पुदीना का तेल न होने पर दो चम्मच अजवायन, पांच तुलसी पत्ता, एक चम्मच हल्दी व 15 पत्ते पुदीना को पानी में डालकर भाप लें।
- भाप को दिन में तीन से चार बार लें।
ऐसे बढ़ाएं प्रतिरोधक क्षमता-
- दिन में कम से कम दस ग्राम यानी एक चम्मच च्यवनप्राश लें।
- चाय की जगह तुलसी, दालचीनी, सोंठी, मुनक्का, काली मिर्च डालकर हर्बल चाय दिन में दो बार पिएं।
- शरीर में कमजोरी लगने पर अगस्त्य हरितकी पांच ग्राम दिन में दो बार गर्म पानी से लें।
- आयुष-64 की दो टेबलेट दिन में दो बार लें।