चेहरे का होगा मिलान..फिर मिलेगा प्रमाण
सीबीएसई हर साल छात्रों को डिजिटल रिपोजिटरी परिणाम मंजुशा और डिजि लाकर के जरिए प्रमाण पत्र मुहैया कराती है।
मेरठ, जेएनएन। सीबीएसई हर साल छात्रों को डिजिटल रिपोजिटरी परिणाम मंजुशा और डिजि लाकर के जरिए प्रमाण पत्र मुहैया कराती है। अब सीबीएसई ने इस व्यवस्था को और अधिक सुरक्षित कर इसे फेस मैचिग टेक्नोलाजी से जोड़ा है। परिणाम मंजुशा की वेबसाइट पर डिजिटल सर्टिफिकेट लेने के अब छात्रों को अपना सत्र, कक्षा, रोल नंबर, एडमिट कार्ड आइडी, एडमिट कार्ड की ही तरह पूरा नाम, मोबाइल नंबर और ई-मेल आइडी डालने के बाद फेस वेरीफिकेशन पेज पर जाना होगा। सीबीएसई का साफ्टवेयर संबंधित की एक तस्वीर लेगा और उसे अपने डाटाबेस से मिलान के बाद सभी प्रमाण पत्र छात्र की ई-मेल आइडी पर ई-मेल कर दिया जाएगा। सीबीएसई की ओर से रिजल्ट जारी होने के फौरन बाद छात्रों के मार्कशीट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट, पास सर्टिफिकेट आदि को डिजि लाकर व परिणाम मंजुशा पर अपलोड कर दिया जाता है। इसका पासवर्ड छात्रों के मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है। मोबाइल नंबर गलत डालने वाले छात्रों को आधार नंबर डालकर सर्टिफिकेट डाउनलोड करने का मौका होता है, लेकिन जिनके पास आधार भी नहीं है, उन्हें अधिक दिक्कत होती है। ऐसे में सीबीएसई ने फेस मैचिग तकनीकी का इस्तेमाल कर नया एप्लीकेशन बनाया है, जिससे विदेशी छात्रों को भी सुविधा मिलेगी। यह एप्लीकेशन छात्र की ताजा तस्वीर को सीबीएसई के रिपोजिटरी में सुरक्षित एडमिट कार्ड की तस्वीर से मिलान करता है। सीबीएसई ने पांच साल पहले डिजिटल सर्टिफिकेट की सुविधा शुरू की थी। अब तक सीबीएसई के करीब 12 करोड़ छात्रों के डिजिटल सर्टिफिकेट अपलोड किए जा चुके हैं। छात्र-छात्राएं इस लिक द्धह्लह्लश्चह्यठ्ठ//स्त्रद्बद्दद्बद्यश्रष्द्मद्गह्म.द्दश्र1.द्बठ्ठ/ष्ढ्डह्यद्ग-ष्द्गह्मह्लद्बद्घद्बष्ड्डह्लद्ग.द्धह्लद्वद्य पर जाकर फेस मैचिग टेक्नोलाजी से अपना सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं।