Attack In Meerut: मेरठ में डीजे की आवाज धीमे करने को कहा था तो पिता-पुत्र पर किया हमला
Attack In Meerut मेरठ में पड़ोसी को डीजे की आवाज कम करने को क्या बोला कि पिता और पुत्र पर हमला बोल दिया गया। हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपित पक्ष के दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। समझौत का प्रयास भी चल रहा है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में डीजे बजाने का विरोध करना पिता-पुत्र को भारी पड़ गया। पड़ोसी ने साथी बुलाकर उनसे मारपीट कर दी, जिससे दो घायल हो गए। पीड़ित ने तहरीर दे दी है। वहीं, लिसाड़ी गेट क्षेत्र मकान पर कब्जे को लेकर विवाद हो गया। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया।
यह है मामला
ब्रह्मपुरी निवासी नितिन ने बताया कि गुरुवार रात पड़ासी के यहां कार्यक्रम था। देर रात तक डीजे बज रहा था। उसने आवाज धीरे करने के लिए कहा तो विवाद हो गया। गाली-गलौज हुई तो स्वजन ने मामले को शांत करा दिया था। आरोप है कि कुछ देर बाद पड़ोसी ने साथियों को बुला लिया और हमला कर दिया। बीच-बचाव में आए उसके पिता सुभाष को भी घायल कर दिया। आसपास के लोगों ने बीच-बचाव कराया। पुलिस ने आरोपित पक्ष के दो लोगों को हिरासत में ले लिया। हालांकि दोनों पक्षों में समझौते का प्रयास चल रहा है।
छह लाख देने बाद भी नहीं मिला मकान
वहीं, लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के जाकिर कालोनी निवासी दिलदार ने बताया कि दो साल पहले क्षेत्र का एक मकान खरीदा था। छह लाख रुपये भी दे दिए थे। मालिक ने मकान खाली कर दिया था, लेकिन कब्जा नहीं दिया। कुछ दिनों पहले पता चला कि उसने मकान किसी और को बेच दिया है। विवाद थाने से कोर्ट तक पहुंचा तो उस पर ताला लग गया। आरोप है कि शुक्रवार को दूसरे पक्ष ने ताला तोड़ दिया। उन्होंने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया।
बेटे को संपत्ति से किया बेदखल, तो बहू ने किया हमला
मेरठ में बेटे को संपत्ति से बेदखल करने पर बहू ने सास पर हमला कर दिया। पिटाई से घायल वृद्धा थाने पहुंची, जहां कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने एसएसपी कार्यालय में शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई। एसपी ट्रैफिक ने थाना पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र निवासी नूरजहां ने बताया कि उसका बड़ा बेटा और बहू उसे परेशान करते हैं। उनके बेटे भी आए दिन हाथापाई पर उतारू हो जाते हैं।
पुलिस ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
इसके चलते ही कुछ दिनों पहले उन्होंने बेटे जुल्फिकार को संपत्ति से बेदखल कर दिया था। हालांकि वह घर में ही रह रहा है। इसकी जानकारी होने पर दो दिन पहले बेटे से विवाद हुआ था। आरोप है कि बहू ने उन पर हमला कर दिया था, जिससे उनके चोट आई थी। चीख-पुकार पर अन्य स्वजन और आसपास के लोग पहुंचे और उनको छुड़ाया। उन्होंने गुरुवार को थाने में शिकायत की थी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद शुक्रवार को वह एसएसपी कार्यालय पहुंची। एसपी ट्रैफिक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने उनको कार्रवाई का आश्वासन दिया।