सेना की कसौटी पर एक फीसद युवा भी नहीं खरे
मेरठ : पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 13 जिलों से सेना की भर्ती रैली में शामिल होने वाले युवाओं में
मेरठ : पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 13 जिलों से सेना की भर्ती रैली में शामिल होने वाले युवाओं में एक फीसद भी सेना की कसौटी पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं। सत्र 2017-18 के आंकड़ों में बेहद चिंताजनक तथ्य सामने आए हैं। मेरठ और मुजफ्फरनगर की रैलियों में शामिल हुए अभ्यर्थियों में से महज .27 फीसद युवक ही लिखित परीक्षा तक पहुंच सके। यह स्थिति तब है जब प्रदेशभर में सेना भर्ती के लिए योग्य रिक्रूटेबल मेल पापुलेशन (आरएमपी) का 17.61 फीसद और पूरे देश में 2.94 फीसद युवा इन्हीं जिलों से आते हैं।
62 फीसद मेडिकल में बाहर
पिछली जनगणना के अनुसार सेना भर्ती कार्यालय मेरठ के अंतर्गत आने वाले 13 जिलों में आरएमपी 18,41,973 हैं। यह आंकड़ा कुल पुरुष जनसंख्या में 10 फीसद लिया जाता है। इस सत्र में हुई मेरठ व मुजफ्फरनगर सेना भर्ती रैली में कुल आरएमपी में आठ फीसद युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया। पंजीकृत युवाओं में 56 फीसद ही रैली में हाजिर हुए। रैली में दौड़, फिजिकल टेस्ट और कागजातों की जांच के बाद महज चार फीसद युवा ही मेडिकल परीक्षण के लिए पहुंच सके। मेडिकल में पहुंचे अभ्यर्थियों में से 62 फीसद युवा विभिन्न कमियों के कारण बाहर हो गए। अंत में रैली में शामिल अभ्यर्थियों में से महज 0.27 फीसद ही लिखित परीक्षा में शामिल हुए।
हड्डियां मिलीं सबसे कमजोर
फिजिकल फिटनेस टेस्ट में उत्तीण होने वाले अभ्यर्थी भी हड्डियों की बनावट में कमी व शारीरिक विकास में कमी के कारण मेडिकल परीक्षण में अयोग्य घोषित कर दिए गए। कान का पर्दा, आंख से रंग पहचानने में कमी, सटे घुटने, टेढ़ें पांव और समतल तलवों के कारण सबसे अधिक रिजेक्शन हुए। शारीरिक विकास में कमी सहित अन्य कुछ कारणों से बाहर हुए अभ्यर्थियों में कैल्सियम की कमी देखी गई है।
ऐसे होता है मेडिकल परीक्षण
सेना की भर्ती रैली में आठ डाक्टरों का पैनल प्रति दिन 40 अभ्यर्थियों का अलग-अलग बिंदु पर परीक्षण करते हैं। परीक्षण 228 बिंदुओं पर किए जाते हैं। एक चिकित्सक को एक बिंदु पर सभी जांच करने होते हैं। एक-एक अभ्यर्थी का पूरा मेडिकल परीक्षण चार से पांच घंटे में किया जाता है।
इन जिलों की हुई रैली
सेना भर्ती कार्यालय मेरठ के अंतर्गत आने वाले 13 जिलों में मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, सहारनपुर, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, शामली, मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, बागपत और मुजफ्फरनगर शामिल हैं।
यूं रहे पिछली दो रैलियों के आंकड़े
मेरठ मुजफ्फरनगर
रैली में कुल पंजीकरण 84,949 64,523
रैली में उपस्थिति 50,308 33,316
मेडिकल में पहुंचे 1,568 1,922
मेडिकल में रिजेक्टेड 877 1,289
लिखित परीक्षा में शामिल 1,090 1,187
इनका कहना है..
यह क्षेत्र काफी हद तक समृद्ध होने के बावजूद युवाओं के शारीरिक विकास पर खान-पान में आई गिरावट और तेजी से बदलती जीवनशैली का असर दिख रहा है। सेना में नियुक्ति पाने के इच्छुक युवाओं व परिजनों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
-कर्नल रजनीश मेहता, भर्ती निदेशक, सेना भर्ती निदेशालय मेरठ