संदिग्ध को क्लीनचिट नहीं : चांद के घर से चंद कदमों की दूरी पर रहता था पाक जासूस आसिफ Meerut News
शहर के सोतीगंज से एक दिन पहले ही पकड़े गए संदिग्ध मोहम्मद चांद को हालांकि एटीएस ने छोड़ दिया है लेकिन एटीएस ने चांद के पूरे परिवार के मोबाइल नंबर ले लिए हैं।
मेरठ, जेएनएन। चांद को एटीएस ने पूछताछ के बाद छोड़ा दिया है पर उसे अभी क्लीनचिट नहीं दी है। चांद के घर से चंद कदमों पर पाक जासूस आसिफ अली रहता था। एटीएस आसिफ से चांद का कनेक्शन भी तलाशा रही है। इसके साथ ही एटीएस ने चांद के पूरे परिवार के मोबाइल नंबर ले लिए हैं। उसकी पत्नी और बच्चों का ब्योरा भी जुटाया है। उसके दोनों भाई आस मोहम्मद और बिलाल पर भी नजर रखी जा रही है।
2014 में पकड़ा गया था पाक जासूस
2014 में कोतवाली के सुभाष बाजार की स्प्रिंग फैक्ट्री में सुपरवाइजर की नौकरी करने वाले पूर्वा फैय्याज निवासी आसिफ अली को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया था। आसिफ अली पाक जासूस है, जो 16 बार पाक गया था और वह आइएसआइ अधिकारी जाहिद के करीबी रह चुका है। आसिफ अली का घर चांद के घर से चंद कदमों की दूरी पर है। ऐसे में एटीएस और सक्रिय हो गई थी। माना जा रहा था कि आसिफ के जेल जाने के बाद कहीं चांद तो आइएसआइ से नहीं जुड़ गया। क्योंकि चांद हर रोज पाकिस्तान में लंबी बातचीत करता है। एक साल पहले उसका सिम भी पाकिस्तान में चलता मिला था। तब भी चांद को अलर्ट किया गया था। उस समय से ही चांद खुफिया विभाग की निगरानी में था।
हमारा दुश्मन है पाकिस्तान कोई वास्ता नहीं रखते
एटीएस की धरपकड़ के बाद चांद के घर आसपास के लोगों को जमावड़ा लग गया था। रिश्तेदार तक उनके घर पर आ गए थे। आसपास का हर शख्स इस परिवार को शक की नजरों से देख रहा था। बुधवार को चांद के घर लौटने पर परिजनों ने राहत की सांस ली। भाई बिलाल ने बताया कि पाकिस्तान में हमारी रिश्तेदारी है। उससे हमारा कोई वास्ता नहीं है। पाक हमारा दुश्मन है। अब कोई रिश्ता तक नहीं रखेंगे।
छोड़ने के बाद भी हो रही निगरानी
एटीएस की टीम ने भले ही चांद को छोड़ दिया है। इसके बाद भी उसे खुफिया निगरानी में रखा गया है। बाकायदा चांद के भाई आस मोहम्मद और पार्षद इरफान से लिखवाया गया है कि, दोबारा भी चांद को पूछताछ के लिए लाया जा सकता है। अभी इसकी जांच की जा रही है कि चांद का पाकिस्तानी कनेक्शन क्या है?
पाक रहकर आया था 20 दिन
मोहम्मद चांद अपने चाचा यामीन की बेटी के पास पाकिस्तान गया था और वहां करीब बीस दिनों तक रहा था। चांद इससे पहले भी पाक जा चुका था। चांद से पहले बिलाल और आस मोहम्मद भी पाकिस्तान जा चुके हैं। एटीएस को शक है कि चाचा की बेटी के पास पूरा परिवार क्यों जाता है? हर रोज बातचीत के पीछे की क्या मंशा है? और किस मुद्दे पर इनकी बातचीत होती है?
एक साल से खुफिया रडार पर था मोहम्मद चांद
पूर्वा फय्याज अली निवासी मोहम्मद चांद के पाकिस्तानी कनेक्शन में एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने करीब 12 घंटे तक सघन पूछताछ की। चांद पिछले एक साल से खुफिया विभाग की निगरानी में था। गरीबी में जीवन यापन करने के बावजूद भी वह हर रोज पाकिस्तान में कई घंटे अपने रिश्तेदारों से बातचीत कर रहा था। पूछताछ के बाद बुधवार सुबह एटीएस ने चांद को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। हालांकि उसकी खुफिया निगरानी जारी है।
एटीएस ने सोतीगंज से पकड़ा था
मंगलवार को एटीएस के इंस्पेक्टर परमेंद्र कुमार और एसआइ सचिन कुमार ने देहलीगेट के बारीवाली गली, पूर्वा फय्याज अली निवासी चांद पुत्र यासीन को सोतीगंज से पकड़ था। चांद सोतीगंज में एक दुकान पर काम करता है। एटीएस की छापामारी से सोतीगंज में हल्ला मच गया। आरोप था कि चांद का कोई पाकिस्तानी कनेक्शन है। सदर बाजार थाने में रखकर एटीएस की टीम ने उससे सघन पूछताछ की। पूछताछ में यह बात सामने आई है कि चांद के चाचा यामीन की बेटी और चांद की बुआ पाकिस्तान के मुलतान सिटी में रहती हैं। इनका परिवार अक्सर वहां पर आता जाता है। चांद के भाई आस मोहम्मद और बिलाल सभी के पासपोर्ट भी बने हुए हैं। परिवार का कोई न कोई सदस्य पाकिस्तान हर छह माह में आता जाता है।
खुफिया विभाग के रडार पर था चांद
डेढ़ साल पहले मोहम्मद चांद भी पाकिस्तान की मुलतान सिटी में गया था। करीब एक साल पहले चांद के नाम से मोबाइल सिम का संचालन भी पाकिस्तान में हो रहा था। तब से चांद खुफिया विभाग के रडार पर था। उस समय भी एलआइयू चांद के मोबाइल नंबर की जानकारी लेने उसके घर गई थी। हालांकि इसके बाद चांद ने अपना सिम बंद करा दिया था पर मोबाइल चलता रहा। कहीं चांद का आतंकी कनेक्शन तो नहीं है? इसी शक में एटीएस ने उसे उठा था। एटीएस की पूछताछ में चांद ने हर रोज पाकिस्तान बातचीत करने की पुष्टि की है। उसने बताया है कि वह पाक में अपनी चचेरी बहन के देवर से अक्सर बातचीत करता था। हालांकि फोन में जो रिकॉर्डिग मिली है, उसमें लड़की की आवाज भी आ रही है।