मेरठ में लूट के बाद सर्राफ की हत्या पर चौतरफा आक्रोश, जिन्हें पकड़ा उनसे कुछ न उगलवा सकी पुलिस, SO निलंबित
Murder in Meerut शोरूम के सामने व्यापारी और विभिन्न पार्टी के नेताओं ने धरना देकर की नारेबाजी। व्यापारी संठगनों ने तेजगढ़ी पर जाम लगाया बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर।
मेरठ, जेएनएन। भागमल ज्वैलर्स के मालिक सर्राफ अमन जैन की लूट के बाद हत्या से शहरभर के व्यापारियों और पार्टी नेताओं का आक्रोश फूट पड़ा। बुधवार को एक व्यापारी संगठन ने तेजगढ़ी पर जाम लगाकर वारदात के पर्दाफाश की मांग की, जबकि सपा और कांग्रेस के साथ व्यापारी नेताओं ने पीडि़त के शोरूम और घर के सामने धरना देकर आर्थिक मदद की मांग की। पुलिस के खिलाफ बढ़ते आक्रोश को देखकर एसएसपी ने एसओ कुलवीर सिंह को निलंबित कर दिया। उन्होंने 24 घंटे में वारदात का पर्दाफाश करने का भरोसा दिलाया है।
यह था मामला
मंगलवार को जागृति विहार के सेक्टर दो में रहने वाले सतीश जैन के बेटे सर्राफ अमन जैन की बदमाशों ने शोरूम में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। दस लाख की नकदी और तीन लाख के जेवरात लूटकर ले गए थे। सरेबाजार वारदात को चौबीस घंटे बीतने पर भी पुलिस के हाथ खाली हैं। बुधवार को सपा, कांग्रेस समेत व्यापारी नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने सर्राफ शोरूम के सामने धरना देकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही एसओ को सस्पेंड करने की मांग उठाई। व्यापारी नेताओं ने पीडि़त परिवार को पचास लाख का मुआवजा, पुलिस सुरक्षा और अन्य व्यापारियों को लाइसेंस देने की मांग की। इसी बीच व्यापारी नेता जीतू नागपाल ने तेजगढ़ी चौराहे पर मानव श्रृंखला बनाकर जाम लगा दिया। सीओ ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाया। इसके बाद भरोसा दिलाया कि अगले 24 घंटे में वारदात का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। व्यापारी नेताओं और जनप्रतिनिधियों की मांग पर मेडिकल थाने के एसओ कुलवीर सिंह को निलंबित कर दिया। उनके स्थान पर टीपीनगर से एसआइ देवेंद्र यादव को प्रभारी बनाया गया है।
फोटो से पहचान कराने में जुटी पुलिस
सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल के आधार पर बदमाशों की पहचान की जा रही है। एसएसपी ने अलग से दस टीमों का गठन किया है, जिनकी मॉनीटरिंग एसपी सिटी और आइपीएस इरज राजा कर रहे हैं। पुलिस ने अब तक 120 कैमरों की फुटेज हासिल कर ली हैं। 42 मोबाइल नंबरों को रडार पर लिया है। संदिग्ध नंबरों की तलाश की जा रही है। अभी तक जानकारी में आया है कि बदमाशों ने मोबाइल का प्रयोग नहीं किया है। संदेह के आधार पर हिरासत में लिए गए आरोपितों से पुलिस कुछ नहीं उगलवा सकी।
इन्होंने बताया
पुलिस को कुछ क्लू मिले हैं, जिनके आधार पर बदमाशों तक पहुंचने की कवायद की जा रही है। पूरे घटनाक्रम में लापरवाही बरतने पर एसओ को निलंबित कर दिया है।
- अजय साहनी, एसएसपी।