हवाई अड्डा प्रोजेक्ट को एएआइ की स्वीकृति का इंतजार
अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल ने सोमवार देर शाम वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में प्रस्तावित और संचालित हवाई अड्डा निर्माण तथा हवाई पट्टी विस्तार के सभी प्रोजेक्ट की समीक्षा की।
मेरठ, जेएनएन। अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल ने सोमवार देर शाम वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में प्रस्तावित और संचालित हवाई अड्डा निर्माण तथा हवाई पट्टी विस्तार के सभी प्रोजेक्ट की समीक्षा की। इस दौरान मेरठ की परतापुर हवाई पट्टी के विस्तार की योजना पर भी चर्चा हुई। बताया गया कि मेरठ का प्रोजेक्ट एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के पास स्वीकृति के लिए गया हुआ है। वहा से स्वीकृति मिलने का इंतजार है।
केंद्र सरकार की योजना के तहत मेरठ की हवाई पट्टी का भी विस्तार करके छोटे यात्री विमान की उड़ान भरवाने की तैयारी की जा रही है। हवाई पट्टी के विस्तार के लिए जमीन की जरूरत है। एएआइ का कहना है कि प्रदेश सरकार निश्शुल्क जमीन उपलब्ध करा दे तो हवाई अड्डे का विकास एएआइ करा देगी। हवाई पट्टी के चौड़ीकरण की योजना कई बार तैयार करके एएआइ को भेजी जा चुकी है। अब प्रदेश सरकार ने किसानों से जमीन न लेकर मौके पर मौजूद हवाई पट्टी और उसके आसपास सरकारी विभागों की जमीनों पर ही हवाई पट्टी का विस्तार कराने की ठानी है। इसका प्रस्ताव भी तैयार करके एएआइ को स्वीकृति के लिए भेजा गया है। सोमवार शाम को मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने प्रदेश के सभी एयरपोर्ट प्रोजेक्ट की समीक्षा की। वीडियो काफ्रेंसिंग में शामिल रहे जिलाधिकारी के बालाजी ने बताया कि इस दौरान अभी तक की गतिविधियों की जानकारी दी गई। बताया गया कि मेरठ के प्रोजेक्ट को एएआइ की स्वीकृति की प्रतीक्षा है। बैठक में तय किया गया कि एएआइ से जल्द स्वीकृति प्राप्त करने के लिए संपर्क किया जाएगा। वीडियो काफ्रेंसिंग में सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार सिंह तथा एसडीएम सदर संदीप भागिया मौजूद रहे।
नहीं बच सका पीएम की मन की बात में आने वाला कुत्ता : कमिश्नरी चौराहे के आसपास रहने वाले एक बीमार कुत्ते को बचाने के लिए पुलिसकर्मी और एनिमल केयर सोसायटी के कार्यकर्ता कई दिन तक जूझते रहे लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। 24 नवंबर से यह कुत्ता गंभीर रूप से बीमार था। उसे बचाने के लिए जूझते पुलिसकíमयों का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में भी किया था। एनिमल केयर सोसाइटी के महासचिव अंशुमाली वशिष्ठ ने बताया कि उनकी टीम ने कुत्ते को बचाने का हरसंभव प्रयास किया।