गंग नहर पटरी मार्ग को दो लेन बनाने पर सहमति, 50 करोड़ किए गए स्वीकृत Meerut News
114.2 किलोमीटर लंबे चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग के बाद उत्तर प्रदेश शासन ने गंग नहर दूसरी पटरी (दायीं) को भी दो लेन बनाने के लिए स्वीकृति दे दी है।
मेरठ, [योगेश आत्रेय]। 114.2 किलोमीटर लंबे चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग के बाद अब शासन ने गंग नहर दूसरी पटरी (दायीं) को भी दो लेन बनाने के लिए स्वीकृति दे दी है। इसके निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी गई है। पटरी निर्माण के लिए शुक्रवार सुबह से बायीं पटरी पर वाहनों का सेंसेज शुरू कर दिया गया है। एक सप्ताह तक गुजरने वाले वाहनों की संख्या के आधार पर आकलन कर दायीं पटरी का निर्माण कराया जाएगा। जनवरी तक मेरठ, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद खंड को 50 करोड़ रुपये का काम करना है। 2021 के अंत तक दायीं पटरी सात मीटर चौड़ी तैयार हो जाएगी।
वाहनों का सेंसेज शुरू
588 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली दायीं पटरी के लिए शासन के आदेश पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने आगामी शुक्रवार सुबह आठ बजे तक बायीं पटरी से गुजरने वाले वाहनों का सेंसेज शुरू कराया है। इसके लिए विभाग ने मुरादनगर, नानू पुल और मुजफ्फरनगर सीमा में कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले चौराहों को चिह्न्ति कर कैमरे के साथ कर्मचारी तैनात कर दिए हैं, जो 24 घंटे वाहनों की मॉनिटरिंग करेंगे। दायीं कांवड़ पटरी निर्माण के लिए मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरनगर, मेरठ और गाजियाबाद लोक निर्माण विभाग को 50 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। इस धनराशि को विभाग यूटिलिटी में प्रयोग कर सकता है या फिर ट्रायल के तौर पर मार्ग का निर्माण कर सकता है।
यह हो सकता है निर्माण का खाका
गंग नहर दायीं पटरी पर गंग नहर किनारे 114 किमी लंबे मार्ग पर क्रश बैरियर लगाया जाएगा। मार्ग में पड़ने वाले गांवों और ऊंचे-नीचे स्थानों के अलावा दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में भी क्रश बैरियर लगाकर हादसे रोकने का विशेष प्रावधान किया जाएगा।
इनका कहना है
कांवड़ मार्ग दायीं पटरी निर्माण के लिए मुख्यमंत्री ने 50 करोड़ रुपये स्वीकृत किए है। जिसे इसी वितीय वर्ष में खर्च करना है। जनवरी के अंत तक काम शुरू कराया जाएगा।
- सीपी सिंह, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी
हादसों में आएगी कमी
पूर्व में ही गंग नहर के एक तरफ पटरी पर कांवड़ मार्ग है। जिस पर दिन-रात वाहन फर्राटा भरते हैं। इस सात मीटर चौड़े मार्ग पर दोनों ओर से वाहनों का आवागमन होता है। इसके चलते हादसे होते रहते हैं। अब गंग नहर के दूसरी ओर सात मीटर चौड़ा दो लेन मार्ग बनने से वाहनों को नहर के दोनों ओर वन-वे यातायात संचालित होने लगेगा।
जनपदवार लंबाई (किमी में)
गाजियाबाद सीमा 12.35
मेरठ सीमा 42.03
मुजफ्फरनगर सीमा 59.57
कुल 114.02