हत्या कर शव बोरे में बंद कर फेंका
परतापुर थाने के बजौट गांव के खेत से बुधवार को बोरे में बंद युवक का शव मिला। मृतक की उम्र करीब 40 वर्ष है। सिर पर धारदार हथियार से वार के निशान हैं। मेरठ
मेरठ, जेएनएन। परतापुर थाने के बजौट गांव के खेत से बुधवार को बोरे में बंद युवक का शव मिला। मृतक की उम्र करीब 40 वर्ष है। सिर पर धारदार हथियार से वार के निशान हैं। शव की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने शव को मर्चरी में रखवा दिया है।
बजौट गांव निवासी प्रमोद त्यागी के खेत में बुधवार सुबह बजौट निवासी अंकित ने प्लास्टिक का बंद बोरा देखा। परतापुर इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे तो इस दौरान भीड़ भी एकत्र हो गई। पुलिस ने बोरा खुलवाया। इसमें युवक का शव था। सिर पर धारदार हथियार से वार किया हुआ था। शरीर पर पिटाई के निशान थे। काफी प्रयास के बाद भी शव की शिनाख्त नहीं हो पाई।
इंसपेक्टर आनंद प्रकाश मिश्रा का कहना है कि कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है, जल्द ही राजफाश होगा।
दाहिने हाथ पर जीडी और बाएं हाथ पर लिखा था डीए
मृतक के दाहिने हाथ पर जीडी और बांए हाथ पर डीए लिखा हुआ था। प्रथम दृष्टया प्रतीत हो रहा था कि युवक किसी फैक्टरी में काम करता था। मृतक की कमीज पर लिसाड़ी गेट के श्यामनगर के शाह टेलर के नाम की चिट लगी हुई थी। इसके आधार पर पुलिस मृतक के परिजनों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। गले पर गहरा घाव था
बोरे में शव मिलने की सूचना पर गांव के लोग भी पहुंच गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि व्यक्ति के गले पर गहरा घाव था। देखने में ऐसा लग रहा था कि किसी धारदार हथियार से हमला किया गया हो और उसी से उसकी मौत हो गई हो। ग्राम प्रधान ने पुलिस को सूचना दी थी।
दारोगा की कार में मायका और ससुराल पक्ष भिड़े
मेरठ : बुलंदशहर के सिकंदराबाद निवासी युवती का निकाह लिसाड़ीगेट के युवक से हुआ था। निकाह के नौ माह बाद ही दंपती में तकरार हो गई। बुधवार को गाजियाबाद में तैनात दारोगा की कार में सवार होकर महिला अपने परिजनों के साथ मेरठ की कचहरी में पहुंची। महिला के ससुरालियों ने साढ़े तीन लाख की चेक देकर रिश्ता तोड़ दिया। इसी को लेकर दोनों पक्ष कचहरी के बाहर कप्तान ऑफिस के गेट पर पहुंच गए। इसके बाद दारोगा की कार के अंदर दोनों पक्ष भिड़ गए। घटना के बाद ऑफिस से दारोगा महेश शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों से एक दूसरे पर संगीन आरोप लगाए है। ससुराल पक्ष ने बताया कि दारोगा की वजह से ही रिश्ता टूट रहा है। आखिर दारोगा का परिवारिक मामले में क्या काम? हालांकि बाद में दोनों पक्ष कार में सवार होकर वहां से निकल गए। उनका कहना था कि सिकंदराबाद थाने में मुकदमा दर्ज कराएंगे।