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वकील के बेटे का अपहरण, फिरौती की रकम कम मिलने पर किया मरणासन्न

मेरठ के मवाना में मंगलवार की सुबह मार्निंग वॉक पर निकले अधिवक्ता के बेटे का अपहरण कर लिया गया और रकम कम मिलने पर उसे पीटा। बाद में उसे हरियाणा में छोड़ दिया।

By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 02:12 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 02:12 PM (IST)
वकील के बेटे का अपहरण, फिरौती की रकम कम मिलने पर किया मरणासन्न
वकील के बेटे का अपहरण, फिरौती की रकम कम मिलने पर किया मरणासन्न
मेरठ, जेएनएन। वेस्ट यूपी में बदमाशों के हौसले दिनों‍दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। मवाना में माíनंग वॉक को निकले एक अधिवक्ता के बेटे का अपहरण कर लिया गया। आरोपितों ने पांच लाख रुपये फिरौती लेकर उसे हरियाणा के फरीदाबाद में मरणासन्न हालत में छोड़ दिया। फरीदाबाद निवासी चार नामजद समेत नौ अपहर्ताओं के खिलाफ मवाना थाने में तहरीर दी गई है।
दो कारों में नौ लोग आए थे अपहरण के लिए
नगर के मोहल्ला मुन्नालाल निवासी आसिफ इकबाल ने तहरीर में बताया कि मंगलवार को उनका बेटा शाकिर मलिक मॉíनंग वॉक के लिए कूड़ी कमालपुर रजवाहे के पास गया था। इस बीच दो कार में सवार नौ लोग वहां पहुंचे और उसे कार में डालकर ले गए। सभी संभावित जगहों पर खोजा लेकिन सुराग नहीं लगा। देर रात फोन पर कॉल आई, जिसमें कालर ने 10 लाख रुपये फिरौती मांगते हुए उन्हें फरीदाबाद बुलाया।
रकम पूरी नहीं मिलने मरणासन्न किया
देर शाम तक मात्र पांच लाख रुपये का बंदोबस्त हो सका। यह रकम उन्होंने बदमाशों द्वारा बताए गए स्थान ख्वाजा सराय गांव के पास मेट्रो स्टेशन पर रख दी। फिरौती की पूरी रकम नहीं मिलने के कारण अपहर्ताओं ने शाकिर को पीटकर मरणासन्न कर दिया। रात दो बजे वह तिलपत गांव में नहर के पास गंभीर अवस्था में पड़ा मिला। बुधवार सुबह करीब चार बजे सीएचसी मवाना ले गए। इसके बाद मेरठ के नोवा हास्पिटल में भर्ती कराया। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
परिजनों ने पुलिस को नहीं दी सूचना
शाकिर का अपहरण सुबह 8.30 बजे हुआ और रात आठ बजे फोन पर अपहरण का पता चला। फिरौती की रकम भी सूचना के छह घंटे के अंदर दे दी गई। अपहर्ताओं ने शाकिर को छोड़ भी दिया लेकिन इस बीच पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई। शाकिर के पिता का कहना है कि अपहर्ताओं ने पुलिस को बताने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।
मिस्टर बॉडी बिल्डर का खिताब जीत चुका
एलएलबी कर चुके शाकिर वर्ष 2016 में मिस्टर बॉडी बिल्डर का खिताब जीत चुके हैं। अब वह पार्ट टाइम में भाइयों के साथ जूता शोरूम पर बैठता है। दोनों भाई रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान भी चलाते हैं।
इनका कहना है
अपहरण व बरामदगी के बीच पुलिस को सूचना नहीं दी गई। परिजन उसे घायल अवस्था में थाने लेकर पहुंचे। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
-पंकज कुमार, सीओ मवाना 

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