पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ करें समस्याओं का निस्तारण : एडीएम
तहसील दिवस पर मंगलवार को मवाना एडीएम मदन गब्र्याल ने अधिकारियों को जनसमस्याओं का पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ निस्तारण करने के निर्देश दिये।
मेरठ, जेएनएन। तहसील दिवस पर मंगलवार को मवाना एडीएम मदन गब्र्याल ने अधिकारियों को जनसमस्याओं का पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ निस्तारण करने के निर्देश दिये। इस मौके पर विभिन्न विभागों से संबंधित 87 शिकायतें आयीं, जिसमें पांच मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। अन्य मामलों में संबंधित विभाग के अधीनस्थ अधिकारियों को निस्तारण के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिये गये।
मंगलवार को तहसील दिवस पर लगभग सुबह साढ़े दस बजे एडीएम मदन गब्र्याल पहुंचे। उन्होंने संबंधित विभागों के अधीनस्थ अधिकारियों को तहसील दिवस पर आने वाली समस्याओं को गंभीरता से लें और समय से उनका निस्तारण करें। एडीएम के अलावा एसडीएम कमलेश गोयल, तहसीलदार अजय उपाध्याय ने भी फरियादियों की समस्याओं को सुना।
इस मौके पर गांव रहमापुर निवासी तिलकराम गुर्जर ने वृद्धावस्था पेंशन का लाभ दिलाने, मोहल्ला कल्याण के अटोरा रोड निवासी दिव्यांग यासीन ने बहन की शादी के लिए अनुदान दिलाने, गांव खेड़ी मनिहार निवासी आदेश ने प्लाट कब्जा मुक्त कराने की मांग की। वीरमती व शकुंतला ने राशन कार्ड बनवाने की मांग करते हुए प्रार्थना पत्र दिया। इसके अलावा भी अन्य विभागों की शिकायतें भी आयी।
ये आई शिकायतें
तहसील दिवस पर 87 शिकायतें आयीं, जिसमें राजस्व से संबंधित 43, पुलिस विभाग की 5, विकास संबंधी 6 और अन्य विभागों से संबंधित 23 शिकायतें प्राप्त हुई। इनमें 5 मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। इस मौके पर बीडीओ सुरेंद्र कुमार, एबीएसए ध्यानचंद, ईओ मवाना सुनील कुमार, सीएचसी प्रभारी डा.सतीश भास्कर समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
विद्यालय खोले जाने की मांग को लेकर एडीएम को सौंपा ज्ञापन: निजी विद्यालय संघ हस्तिनापुर की ओर से प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय खोले जाने की मांग को लेकर मंगलवार को तहसील में एडीएम मदन गब्र्याल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।
एडीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि कोविड-19 के चलते प्रदेश के समस्त विद्यालय लगभग दस माह से बंद चल रहे हैं। जिस कारण विद्याíथयों की पढ़ाई बाधित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों की कमी के कारण आनलाइन शिक्षा सुचारू रूप से नहीं हो पा रही है। जिस कारण अभिभावकों द्वारा विद्यालय शुल्क जमा करने में उदासीनता बरती जा रही है। जिससे विद्यालयों पर आíथक संकट आन पड़ा है। शिक्षक व कर्मचारियों को आजीविका चलाना मुश्किल हो रहा है। पूरे देश व प्रदेश में फैक्ट्रियां, मॉल्स, उद्योग धंधे, जिम, मंडप, बाजार आदि व्यवसाय पूर्ण रूप से काफी समय पूर्व से सुचारू हो चुके हैं। जबकि इनके अलावा धरने, सभाएं, प्रदर्शन चुनाव आदि सब पूर्ण किये जा रहे हैं, लेकिन शैक्षिक संस्थानों की उपेक्षा की जा रही है। अब कोरोना वैक्सीन भी सरकार द्वारा उपलब्ध करा दी गई है। ज्ञापन में सभी शिक्षण संस्थानों में ऑफलाइन शिक्षण कार्य कराये जाने की अनुमति प्रदान करने व आíथक सहायता प्रदान करने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में स्वामी कल्याण देव पब्लिक स्कूल, न्यू ब्लूम्स, एमडीएस जूनियर हाईस्कूल, एसडीएम पब्लिक स्कूल, तक्षशिला एकेडमी आदि स्कूलों के संचालक थे।