ड्यूटी पर लौटे एसीएमओ : संक्रमित होकर भी नहीं घबराए, पांच दिन में कोरोना को हराया
हिम्मत और हौंसले के सामने कुछ भी नहीं। कोरोना वायरस पॉजिटिव होने के बाद फिर ड्यूटी पर लौटे एसीएमओ।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना वायरस को लेकर लोग बिना वजह मन में घबराहट पालते हैं। हौंसले और हिम्मत के सामने कोरोना सामान्य वायरल से ज्यादा कुछ नहीं है। कोरोना की रोकथाम में ड्यूटी करते हुए कब पॉजिटिव हुए पता ही नहीं चला। दवा ली और खुद को घर में आइसोलेट कर लिया। मात्र पांच दिन में कोरोना को हराया और दस दिन तक क्वारंटाइन रखा। अब फिर ड्यूटी पर लौट आए। हिम्मत की ये मिशाल स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ ने बनाई है।एसीएमओ डा. सुष्पेन्द्र ने बताया कि कोरोना की जिले में आमद होते ही जनता को बचाने के लिए प्रशासन के साथ मीटिंग के दौर शुरू हुए। इसके बाद अस्पतालों में निरीक्षण और आंकड़े तैयार करने समेत तमाम काम करने पड़े। स्वास्थ्य सेवा देते-देते पता नहीं कब संक्रमित हुए पता नहीं चला। पहले सुन रहे थे लेकिन जब खुद पॉजिटिव हुए तो पता चला कि कोई खतरनाक बीमारी नहीं है लेकिन बचाव की जरुरत है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद पांच दिन तक दवा खाई और खुद को पांच दिन तक आइसोलेट कर लिया। इसके बाद टेस्ट कराया तो रिपोर्ट निगेटिव आई। इसलिए कोरोना से घबराएं नहीं लेकिन सावधानी भी जरुर बरतें। जिस स्थान पर भीड़ हो वहां कतई न जाएं। अस्पताल आएं भी तो शारीरिक दूरी का पालन करें। दिन में कम से कम तीन बार नियमित गर्म पानी पीएं। काढ़ा भी पीते रहें। चिकित्सक जो दवा बताएं उसका सेवन करें। कोरोना में एक बात स्पष्ट है, यदि हम संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आएंगे तो पॉजिटिव नहीं होंगी। इसकी सौ फीसद गारंटी है। इसलिए जरुर काम होने पर ही घर से बाहर निकलें और मास्क पहनकर व शारीरिक दूरी का पालन करके। यदि लगे कि संक्रमित हो गए हैं तो तुरंत परिवार से एकांत में हो जाएं। इससे भी पहले नियमित रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला भोजन लें। यदि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है तो बीमार होने की संभावना बहुत कम रहती है।