मेरठ: वाट्सएप चैट और फोटो देकर कहा-नहीं हुआ दुष्कर्म, हस्तिनापुर थाने में तैनात रहा दारोगा हो चुका है निलंबित
दुष्कर्म के मामले में पीड़िता के समझौते से इन्कार करने पर शनिवार को आरोपित दारोगा की पत्नी ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष दारोगा और दुष्कर्म पीड़िता की वाट्सएप चैट एवं निजी फोटो सार्वजनिक किए। हस्तिनापुर थाने में तैनात रहा दारोगा हो चुका है निलंबित।
मेरठ, जेएनएन। दुष्कर्म के मामले में पीड़िता के समझौते से इन्कार करने पर शनिवार को आरोपित दारोगा की पत्नी ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष दारोगा और दुष्कर्म पीड़िता की वाट्सएप चैट एवं निजी फोटो सार्वजनिक किए।
इनके जरिए यह बताने की कोशिश की कि महिला से दुष्कर्म नहीं हुआ, बल्कि निजी संबंधों के चलते वह अक्सर दारोगा के पास आती रहती थी। चैट में दुष्कर्म पीडि़ता दारोगा से अपना हक मांग रही है। उसने कपड़ों की खरीदारी की भी बात कही है। हालांकि इसमें सिर्फ दुष्कर्म पीड़िता की चैट दिखाई गई है। दारोगा के जवाब चैट से गायब हैं। इन सबको बतौर साक्ष्य पुलिस विवेचना का हिस्सा बना रही है।
यह था मामला
16 अक्टूबर को ब्रह्मपुरी क्षेत्र की महिला ने हस्तिनापुर थाने के दारोगा अरुण कुमार पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया था। यह भी आरोप था कि दारोगा ने तीन साल पहले उसकी मासूम बेटी की कनपटी पर तमंचा लगाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया था। एसएसपी ने दारोगा को निलंबित कर दिया था। इसके बाद दारोगा की पत्नी ने दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मुकदमा लिखवाया। दोनों मुकदमों की विवेचना हस्तिनापुर थाने में चल रही है।
दो दिन पहले दुष्कर्म पीडि़ता के पति ने ब्रह्मपुरी थाने में दी तहरीर में बताया कि दारोगा की पत्नी अपने परिवार वालों के साथ उनके घर आई और मुकदमे में समझौता करने का दबाव बनाया। समझौते से इन्कार करने पर मारपीट की गई। इस तहरीर को भी हस्तिनापुर जांच के लिए भेजा है।
दारोगा की पत्नी का तर्क था कि दुष्कर्म पीड़िता की कालोनी में उनके अधिवक्ता रहते हैं। वह अधिवक्ता से मिलने ही कालोनी में गई थी।
इन्होंने बताया...
दुष्कर्म पीड़िता द्वारा दी गई वाट्सएप चैट और फोटो को विवेचना का हिस्सा बनाने के आदेश दिए जा चुके हैं।
-विनीत भटनागर, एसपी सिटी