पराठे की कीमत चुकानी पड़ी साढ़े आठ लाख, दोस्त बोले- हां भाई मिल गई तसल्ली Baghapt News
भाई तुम्हारी बात अगर मान ली होती तो शायद नए साल के पराठे साढ़े आठ लाख रुपये के नहीं पड़ते। यह शब्द थे उन पांच दोस्तों के जो पराठा खाकर ईपीई से होते हुए आ रहे थे। लेकिन रास्ते में ही बागपत स्थित ईपीई पर हादसे का शिकार हो गए।
बागपत, जेएनएन। भाई तुम्हारी बात अगर मान ली होती, तो शायद नए साल के पराठे साढ़े आठ लाख रुपये के नहीं पड़ते। जी हां, यह शब्द थे उन पांच दोस्तों के जो पराठा खाकर ईपीई से होते हुए आ रहे थे। लेकिन रास्ते में ही बागपत स्थित ईपीई (Eastern peripheral Expressway) पर हादसे का शिकार हो गए। पांचों की जान तो बच गई, लेकिन कार को दूसरे वाहन में लादकर ले जाना पड़ा। ग्रेटर नोएडा निवासी रितेश रावल ने बताया कि वे अपने दोस्तों के साथ नए साल पर गुरुवार की रात्रि हरियाणा के मुरथल के प्रसिद्ध पराठे खाने गए थे। लौटते वक्त रात करीब ढाई बजे ईपीई पर दौड़ती कार कोहरे में आगे चल रहे ट्रक से टकरा गई। सभी ने उतरकर देखा, तो कुछ क्षण बाद ही पीछे से आ रहे ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी।
डिवाइडर की रेलिंग से टकराकर कार हवा में उड़ी और जमीन पर आ गिरी। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं लगी। इसके बाद कई वाहन एक-एक कर टकराते रहे। रितेश के दोस्त निकित नागर ने बताया कि उनकी कार को टक्कर मारने वाले ट्रक में पीछे से एक गाड़ी टकराई। दौड़कर चालक को बाहर निकाला। तभी पीछे से आए तेज रफ्तार ट्रक ने उक्त कार को टक्कर मार दी। समय रहते अगर सवार को नहीं निकालते, तो उसकी मौत हो सकती थी।
शुक्रवार को सुबह स्वजन से फोन पर वार्ता करते हुए नितेश बोल रहा था कि भाई अगर तुम्हारी बात मान ली होती को शायद हादसा नहीं होता। नए साल के पराठे साढ़े आठ लाख रुपयों के नहीं पड़ते। दोपहर में क्षतिग्रस्त कार को दूसरे वाहन में लादकर ले जाया गया। पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया इंस्पेक्टर देवेश कुमार सिंह ने बताया कि बरनावा की नई बस्ती में जावेद के प्लाट में पुलिस ने जुआ खेल रहे वसीम पुत्र अमीर अहमद व दानिश पुत्र हारून निवासी बरनावा को जुआ गिरफ्तार किया है, जबकि दो युवक फरार हो गए। आरोपितों के पास से ताश के पत्ते, मोमबत्ती, 3430 रुपये बरामद किए हैं। उधर, दोघट थाना पुलिस ने मिलाना गांव निवासी शमशाद पुत्र इस्लामूदीन को तमंचा व दो कारतूस के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इंस्पेक्टर मुनेंद्रपाल सिंह ने बताया कि शमशाद तमेलागढ़ी मार्ग पर खड़ा था।