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एबीवीपी ने शिक्षण संस्थानों में जाकर जोड़े 1300 सदस्य

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मेरठ प्रांत के संगठन विस्तार के लिए गुरुवार को कार्यकर्ताओं ने शिक्षण संस्थानों पर जाकर नए सदस्य जोड़े। कार्यकर्ताओं ने स्कूल कालेज व कोचिंग स्थान समेत अन्य परिसरों में जाकर सदस्यता अभियान चलाया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 07:22 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 07:22 PM (IST)
एबीवीपी ने शिक्षण संस्थानों में जाकर जोड़े 1300 सदस्य
एबीवीपी ने शिक्षण संस्थानों में जाकर जोड़े 1300 सदस्य

मेरठ, जेएनएन। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मेरठ प्रांत के संगठन विस्तार के लिए गुरुवार को कार्यकर्ताओं ने शिक्षण संस्थानों पर जाकर नए सदस्य जोड़े। कार्यकर्ताओं ने स्कूल, कालेज व कोचिंग स्थान समेत अन्य परिसरों में जाकर सदस्यता अभियान चलाया। इसमें करीब 13 सौ नए सदस्य जोड़े।

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कार्यकर्ता मुख्य रूप से सनातन धर्म इंटर कालेज सदर, बालेराम ब्रजभूषण सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कालेज व एनएएस कालेज पहुंचे। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने विद्यार्थियों को संगठन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न आयाम व उनके महत्व के बारे में जानकारी दी। छात्रों को संगठन के उद्देश्य व संगठनात्मक क्रियाकलापों के बारे में जानकारी दी। उन्हें बताया कि एबीवीपी युवाओं व छात्रों में एकता, ज्ञान, शील व संस्कारों का बीज रोपकर उनके व्यक्तित्व को निखारने का काम करती है। प्रांत कार्यालय प्रमुख उत्तम सैनी ने कहा कि एबीवीपी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के साथ ही राष्ट्रीय सरोकारों से उन्हें जोड़ता है। साथ ही बताया कि प्रांत में संगठन की ओर से सदस्यता अभियान 30 सितंबर तक चलेगा। इसमें करीब तीस हजार सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यकर्ता प्रतिदिन अलग-अलग क्षेत्रों में निकलकर नए सदस्यों को जोड़ेंगे। इस दौरान महानगर संगठन मंत्री सनी तोमर, प्रांत सहमंत्री अंकित स्वामी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य ध्रुव गोस्वामी, राहुल सिंह आदि मौजूद रहे।

एक सप्ताह में भूमि की रिपोर्ट सौंपेगा सिंचाई विभाग: कांवड़ गंगनहर पटरी नवनिर्माण को केंद्र सरकार की टीम के निरीक्षण के बाद सिचाई विभाग को एक सप्ताह में भूमि की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। टीम ने वन विभाग, लोक निर्माण विभाग व सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ मेरठ समेत तीनों जिलों में संयुक्त निरीक्षण किया था। बीते मंगलवार को पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से कांवड़ गंगनहर पटरी का निरीक्षण करने के लिए एडिशनल प्रिसिपल चीफ कंजरवेटर बिवास रंजन मेरठ पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान वन विभाग से पेड़ों के बारे में भी जानकारी मांगी गई है। पिछले वर्ष शासन ने मेरठ, मुजफ्फरनगर व गाजियाबाद में 111.14 किमी लंबी कांवड़ गंगनहर पटरी के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग को 628.74 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की थी।


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