अनुपस्थित मेडिकल अफसर का वेतन जारी, सीडीओ ने बिठाई जाच
कोरोना संक्रमण के दौरान तहसील अर्बन पीएचसी की प्रभारी चिकित्सक अनुपस्थित रहीं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मिलीभगत से उनका चार मह का वेतन निकाल दिया।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के दौरान तहसील अर्बन पीएचसी की प्रभारी चिकित्सक अनुपस्थित रहीं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मिलीभगत से उनका चार मह का वेतन निकाल दिया। गुरुवार को बचत भवन में बात खुलने पर सीडीओ ने मामले को बेहद गंभीर बताते हुए जाच बिठा दी। उन्होंने पूछा कि ऐसे कितने केंद्र हैं, जहा गैरहाजिर लोगों के वेतन निकाले जा रहे हैं। सीडीओ गुरुवार को बचत भवन में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रही थीं। इसी बीच तहसील अर्बन पीएचसी पर आशा कार्यकत्रियों के विरोध प्रदर्शन पर जानकारी ली। एक सीनियर डाक्टर ने बताया कि तहसील अर्बन पीएचसी पर कार्यरत प्रभारी चिकित्सक एक मई से 25 अगस्त तक अवकाश पर थीं। डीएम के निर्देश पर विशेष रूप से जाच करने गए जोनल अधिकारी एवं सिटी मजिस्ट्रेट ने रजिस्टर चेक कर डाक्टर को अनुपस्थित बताया। डिप्टी सीएमओ ने भी अनुपस्थिति की रिपोर्ट प्रशासन को दी। लेकिन इस इस दौरान भी प्रभारी डाक्टर का वेतन निकाला गया। सीडीओ ईशा दुहन नाराज हो गईं। उन्होंने सीएमओ से कहा कि यह गंभीर अपराध है, और जाच कर संबंधित अधिकारी पर एक्शन लें। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने अनुस्थित डाक्टर का बचाव करते हुए उसे सíवलास सेल में नान कोविड कर्मचारी के रूप में कार्यरत बताया, जिसे सíवलास विभाग ने तत्काल खारिज कर दिया।