इंटरचेंज पर 95 फीसद काम पूरा, एक रैंप को जोड़ने में लगेगा समय
एनएचएआइ के अधिकारियों का दावा है कि परतापुर इंटरचेंज पर 95 फीसद काम पूरा हो चुका है। शेष काम मार्च के पहले सप्ताह तक पूरा करने की तैयारी है।
मेरठ, जेएनएन। एनएचएआइ के अधिकारियों का दावा है कि परतापुर इंटरचेंज पर 95 फीसद काम पूरा हो चुका है। शेष काम मार्च के पहले सप्ताह तक पूरा करने की तैयारी है। सभी काम युद्ध स्तर पर किये जा रहे हैं। 15 मार्च तक इंटरचेंज पूरी तरह तैयार हो जाएगा। परतापुर तिराहे पर इंटरचेंज के जो स्ट्रक्चर तैयार किये जाने हैं। उनमें रैंप नंबर छह जिस पर देहरादून बाईपास से डासना की तरफ जाने वाले वाहन एक्सप्रेस-वे पर चढ़ेंगे। इसका एक हिस्सा तैयार हो चुका है। जिस पर देहरादून से मोदीनगर को जाने वाले वाहन चलने लगे हैं। यह हिस्सा दिल्ली रोड ओवरब्रिज के समीप उतरता है। दूसरा हिस्सा जो कि परतापुर तिराहे से रेलवे ओवरब्रिज के पास एक्सप्रेस-वे से लिंक होना है। इस हिस्से में मिट्टी भराव का काम लगभग पूरा हो चुका है। आरइ वाल लगाने का काम चल रहा है। इसके बाद इस पर डामर किया जाएगा। इंटरचेंज पर यही मुख्य काम बचा है। एनएचएआइ अधिकारियों के अनुसार यह हिस्सा मार्च के पहले सप्ताह में एक्सप्रेस-वे से जोड़ दिया जाएगा। जिसके बाद देहरादून से डासना की तरफ एक्सप्रेस-वे के लिए वाहन जाने लगेंगे। इसके अतिरिक्त रैंप नंबर पांच जिससे डासना की तरफ से आने वाले वाहन मोदीनगर को उतरेंगे। इस रैंप पर रजवाहे तक डामर कार्य किया जा चुका है। रजवाहे से दिल्ली रोड को कनेक्ट करने वाले हिस्से में मिट्टी व आरई वाल का काम हो चुका है। 25 फरवरी तक इसे कनेक्ट कर दिया जाएगा। यहीं पर रजवाहे के पास यू टर्न बनना है। जिसका काम भी 25 फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। इंटरचेंज पर लूप तैयार हो चुका है। साइन बोर्ड लग चुके हैं। सुरक्षा दीवार भी लगभग पूरी हो चुकी है। लूप जहां पर उतर रहा है, उस रोड को नए सिरे से बनाया जाना है। यह काम भी चल रहा है। 28 फरवरी तक यह रोड भी बना दी जाएगी। कुल मिलाकर इंटरचेंज पर एक रैंप को एक्सप्रेस-वे से लिंक करने, एक रैंप को दिल्ली रोड से कनेक्ट करने, यू टर्न और बराल परतापुर साइड की रोड बनाने का काम शेष है।
लोग नहीं मान रहे हैं, लगाई थी बैरीकेडिंग
परतापुर लूप से चढ़कर एक्सप्रेस-वे होते हुए पेरिफेरल के बराबर संकरे रास्ते से डासना को वाहन पहुंच रहे हैं। इस मामले में एनएचएआइ के अधिकारियों का कहना है कि पहले ही गाजियाबाद जिला प्रशासन और पुलिस को सूचित किया जा चुका है कि सुरक्षा की दृष्टि से निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की आवाजाही रोकी जाए। दुर्घटना हो सकती है। लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है। बेरीकेडिंग लगाई गई है, लेकिन लोग मानते नहीं हैं।
इन्होंने कहा-
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का मुख्य हिस्सा परतापुर इंटरचेंज है। 95 फीसद काम पूरा हो चुका है। पांच फीसद में एक रैंप को एक्सप्रेस-वे लिंक करना व रैंप कनेक्टिविटी का काम शेष है। पूरी उम्मीद है कि 15 मार्च तक इंटरचेंज तैयार हो जाएगा।
मुदित गर्ग, परियोजना निदेशक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे व डीजीएम एनएचएआइ।