8.68 करोड़ से बनेगा सिथेटिक ट्रैक, डीपीआर में फ्लड लाइट का प्रस्ताव भी रखा गया
स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत नगर आयुक्त के निर्देश पर कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक के लिए डीपीआर यानी डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो गई है।
मेरठ, जेएनएन। स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत नगर आयुक्त के निर्देश पर कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक के लिए डीपीआर यानी डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो गई है। खेल विभाग की ओर से यह डीपीआर राजकीय निर्माण निगम से तैयार कराई गई है। डीपीआर में सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक की आठ करोड़ 68.10 लाख रुपये है। इसे आठ लेन का बनाया जाएगा, जिसमें एक साथ आठ खिलाड़ी दौड़ लगा सकेंगे। साथ ही फ्लड लाइट का प्रस्ताव भी डीपीआर में रखा गया है, जिससे रात के समय भी प्रशिक्षण व प्रतियोगिता हो सके। पिछले महीने नगरायुक्त स्वयं स्टेडियम का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उसी दौरान उन्होंने स्मार्ट सिटी योजना में शामिल सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक से संबंधित जानकारी ली। उसके बाद ही उन्होंने डीपीआर तैयार कराने के निर्देश दिए थे।
ट्रैक बना तो नहीं रुकेगी दौड़
मेरठ में हमेशा से ही सिथेटिक ट्रैक की मांग उठती रही है। मेरठ में यह परियोजना आते-आते सहारनपुर चली गई और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खेल का केंद्र होने के बावजूद मेरठ सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक से चूक गया। पिछले दो दिनों से स्टेडियम में हुई एथलेटिक की प्रतियोगिता में ट्रैक सुखाकर किसी तरह दौड़ने योग्य बनाना पड़ा, जबकि सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक होता तो मौसम की परवाह किए बिना बिना रुकावट दौड़ कराई जा सकती थी। मेरठ में एथलेटिक के खिलाड़ी सबसे अधिक हैं। स्टेडियम में पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में खिलाड़ी स्वयं से ही मैदान बनाकर दौड़ लगा रहे हैं।
स्टेडियम में ट्रैक के अलावा कम पड़ेगी जगह
सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक के मानकों के अनुरूप ट्रैक बनाने के लिए तो स्टेडियम के ग्राउंड पर पर्याप्त स्थान है, लेकिन ट्रैक के बाद जरा भी जगह नहीं रह जाएगी। मानकों के अनुसार सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक के आसपास वार्मअप ग्राउंड होना चाहिए, जिससे खिलाड़ी दौड़ से पहले वार्मअप कर सकें। इसी तरह चेंजिग रूम सहित अन्य सुविधा अनिवार्य है। स्टेडियम में वार्मअप एरिया ग्राउंड के बाहर बनाना पड़ेगा। इसके कारण राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता कराने में दिक्कत आ सकती है। हालांकि सिथेटिक ट्रैक बनने से खिलाड़ियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा के प्रशिक्षण के लिए मेरठ में ही सुविधा मिल सकेगी।
इनका कहना है..
-स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत नगर आयुक्त के निर्देश डीपीआर तैयार कराकर सबमिट कर दी गई है। मेरठ में सिथेटिक एथलेटिक ट्रैक बहुत जरूरी है जिससे खिलाड़ियों को परेशानी न हो।
-आले हैदर, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी, मेरठ