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817 लाख कुंतल गन्ने की पेराई, 87.45 लाख कुंतल चीनी उत्पादन

मेरठ जिले में गन्ना विभाग ने चीनी मिलों के वर्तमान सत्र 2020-21 का समापन कर दिया है। मेरठ जनपद की छह चीनी मिलों ने इस सत्र में 48800 टीसीडी (टन क्रशिग पर डे) क्षमता के साथ गन्ना पेराई की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Jun 2021 07:54 AM (IST)Updated: Sat, 05 Jun 2021 07:54 AM (IST)
817 लाख कुंतल गन्ने की पेराई, 87.45 लाख कुंतल चीनी उत्पादन
817 लाख कुंतल गन्ने की पेराई, 87.45 लाख कुंतल चीनी उत्पादन

मेरठ, जेएनएन। मेरठ जिले में गन्ना विभाग ने चीनी मिलों के वर्तमान सत्र 2020-21 का समापन कर दिया है। मेरठ जनपद की छह चीनी मिलों ने इस सत्र में 48800 टीसीडी (टन क्रशिग पर डे) क्षमता के साथ गन्ना पेराई की। इसमें 817.65 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की गई। इससे 87.45 लाख कुंतल चीनी का उत्पादन हुआ। चीनी की परता 10.88 रही। गन्ना विभाग के अनुसार, इस सत्र में गन्ना पेराई, चीनी उत्पादन व चीनी परता के आंकड़े पिछले सत्र की तुलना में कम रहे। पिछले सत्र की तुलना में वर्तमान पेराई सत्र में 5.80 लाख कुंतल गन्ने की पेराई कम हुई। साथ ही चीनी उत्पादन में 6.35 लाख कुंतल की भी कमी आई है। जिला गन्ना अधिकारी डा. दुष्यंत कुमार ने बताया कि किसानों को लगातार सहफसली के लिए जागरूक किया जा रहा है। गन्ने के साथ जिले के किसान टमाटर, स्वीट कार्न, तरबूज के अलावा सब्जी व अन्य फलों का उत्पादन ले रहे हैं। चीनी मिलों के पेराई सत्र 2020-21 के आंकड़े

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चीनी मिल का नाम पेराई क्षमता गन्ने की पेराई चीनी उत्पादन

(टीसीडी) (लाख कुंतल) (लाख कुंतल)

मवाना 13000 201.75 20.53

दौराला 12500 228.04 23.39

सकौती 1800 31.84 3.64

किनौनी 12000 185.01 21.82

मोहिउद्दीनपुर 3500 66.23 6.81

नंगलामल 6000 104.78 11.26

कुल 48800 817.65 87.45

गेहूं की रिकार्ड खरीद, 66.10 करोड़ का भुगतान : रबी विपणन वर्ष 2021-22 के अंतर्गत जिले में किसानों से गेहूं की सरकारी खरीद रिकार्ड स्तर पर जारी है। खाद्य एवं रसद विभाग के अनुसार, पिछले वर्षो में गेहूं के सरकारी क्रय केंद्रों पर इतनी खरीद कभी नहीं हुई। अभी तक पिछले वर्ष की तुलना में पांच गुना गेहूं की सरकारी खरीद संपन्न हो चुकी है। इस वर्ष में अभी तक 8580 किसानों से 33471 मीट्रिक टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है। इन्हें 66.10 करोड़ का भुगतान किया गया है। जिले में 40 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंतल है जो निजी मंडियों से लगभग 200 से 300 रुपये अधिक है। वहीं, खाद्य एवं रसद विभाग ने गेहूं बेचने के लिए वेबसाइट पर किया जाने वाला पंजीकरण बंद कर दिया है। इससे किसानों में नाराजगी है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि पीएफएमएस प्रक्रिया से किसानों को आनलाइन भुगतान किया जा रहा है। जिले में गेहूं खरीद का आंकड़ा

जिले में कुल सरकारी क्रय केंद्र - 40

पंजीकृत किसान - 10643

गेहूं बेचने वाले किसान - 8580

कुल गेहूं खरीद - 33471 मीट्रिक टन

गेहूं का समर्थन मूल्य - 1975 रुपये प्रति कुंतल


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