आइटी पार्क की बिल्डिंग का 70 फीसद काम पूरा
सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को नौकरी देने के मकसद से बनाए जा रहे आइटी पार्क के भवन का 70 फीसद काम पूरा हो गया है।
मेरठ । सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को नौकरी देने के मकसद से बनाए जा रहे आइटी पार्क के भवन का 70 फीसद काम पूरा हो गया है। इसे पूरी तरह तैयार होने में अभी ढाई माह का वक्त और लगेगा। भवन हैंडओवर होने के बाद आइटी सेक्टर की कंपनियां यहां अपने सॉफ्टवेयर डेवलप करने वाली लैब व ऑफिस खोलेंगी।
वेदव्यासपुरी में आइटी पार्क का भवन वैसे तो पूरी तरह से बनकर तैयार है। बाहरी फिनिशिंग कार्य चल रहा है। परिसर के अंदर की सड़क भी तैयार कर ली गई है। पोर्च का कार्य भी तेजी से चल रहा है। मगर 25 हजार वर्ग मीटर में बनाए गए इस भवन के डिजाइन में पिछले महीने संशोधन हुआ था। संशोधन के अनुसार भवन का विस्तार किया गया है। दो हजार वर्ग मीटर जगह में उसी के साथ पहले की ही ड्राइंग के अनुसार फ्लोर बढ़ा दिए गए हैं। इससे कुछ कमरे अतिरिक्त बढ़ जाएंगे। इस तरह से नए संशोधन की वजह से वक्त लग रहा है। भारत सरकार की ओर से निर्माण कार्य की मॉनीटरिग करने वाली संस्था नेशनल प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (एनपीसीसी) के एक इंजीनियर ने बताया कि 70 फीसद से अधिक कार्य पूरा हो चुका है।
आंतरिक डिजाइन में भी लगा समय
भवन के बाहर का फिनिशिंग कार्य भले ही तेजी से चल रहा है मगर भवन के अंदर बिजली फिटिंग, फर्नीचर सेटिंग आदि कार्य किस तरह से किया जाए इसको लेकर आंतरिक डिजाइन में ही एसटीपीआइ (सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया) उलझी रही। आंतरिक डिजाइन के अनुसार ही अंदर कार्य शुरू होगा।
नोएडा जैसी आइटी कंपनिया आएंगी
आइटी सेक्टर में रोजगार की राह आसान करने में यह आइटी पार्क मदद करेगा। यही नहीं, यहां वो कंपनियां भी आएंगी जो नोएडा में आइटी सेक्टर के लिए सॉफ्टवेयर तैयार करती हैं। साथ ही यहां मोबाइल कंपनियों के भी आइटी सेंटर खुलेंगे, जिसके जरिए आसपास क्षेत्रों में डाटा ट्रांसफर होंगे। नोएडा की तरह यहां कॉल सेंटर भी खोले जा सकते हैं। बहरहाल, भवन हैंडओवर होने के बाद आइटी सेक्टर की कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने भी कुछ समय पहले कहा था..मेरठ बनेगा आइटी हब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव पूर्व एक कार्यक्रम में कहा था कि मेरठ में भी गुरुग्राम की तरह आइटी हब बनने की पूरी संभावना है। इसे आइटी हब के रूप में विकसित किया जा सकता है। गौरतलब है कि कुछ माह पहले प्रदेश सरकार ने यूपी इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की थी, जिसमें मेरठ के लिए 800 करोड़ रुपये के निवेश पर करार हुआ था। इसमें आइटी सेक्टर की भी कंपनियां शामिल हैं।