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एक चोरी ऐसी, जो आज भी पुलिस के लिए रहस्य बनी है

कंकरखेड़ा की मंगलपुरी कालोनी रहने वाले सीआरपीएफ के रिटायर्ड दारोगा के घर नौ जून 2020 को हुई 70 लाख की चोरी में तीन माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 09:32 PM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 09:32 PM (IST)
एक चोरी ऐसी, जो आज भी पुलिस के लिए रहस्य बनी है
एक चोरी ऐसी, जो आज भी पुलिस के लिए रहस्य बनी है

मेरठ, जेएनएन। कंकरखेड़ा की मंगलपुरी कालोनी रहने वाले सीआरपीएफ के रिटायर्ड दारोगा के घर नौ जून 2020 को हुई 70 लाख की चोरी में तीन माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। गुरुवार को भी पीड़ित थाने पहुंचा और विवेचना कर रहे दारोगा से चोरी का राजफाश करने की मांग की।

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मंगलपुरी कालोनी निवासी सीआरपीएफ से रिटायर्ड दारोगा प्रेमराज ने बताया कि नौ जून को शास्त्रीनगर में उनकी बेटी के घर का गृह प्रवेश में गए थे उसी दिन दोपहर में पड़ोसी ने प्रेमराज के छोटे भाई सीआरपीएफ जवान अनिल की पत्नी सरिता ने फोन कर घर के मुख्य गेट के ताले टूटे होने की जानकारी दी। स्वजन घर पहुंचे, जहां मुख्य गेट से लेकर अंदर कमरे और अलमारी के लाकर के भी ताले टूटे हुए थे। दोनों लाकर में रखे 70 तोले सोने के गहने, डेढ़ किलो चांदी के गहने समेत 10 लाख 70 हजार रुपये चोरी हो गए थे। इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर ने बताया कि पुलिस टीम काम कर रही है। जल्द ही बदमाश के गिरेबान तक पुलिस जल्द ही पहुंचने वाली है। पीड़ित रिटायर्ड दारोगा ने बताया कि पुलिस के मुताबिक, उनकी रडार पर चंदौसी निवासी एक बदमाश आया है। पुलिस टीम उसके पीछे लगाई है। पुलिस टीम जल्द ही चंदौसी में बदमाश के ठिकानों पर पहुंचकर दबिश देगी।

साइबर ठगों ने किया खाता साफ, एक महीने बाद पता चला: साइबर ठगों ने पांच मिनट में खाता साफ कर दिया। एक महीने बाद जब महिला को पता चला तो उसने बैंक के कस्टमर केयर पर शिकायत की। इसके बाद थाने पहुंचकर मामले की जानकारी दी। वहां से पीड़िता को साइबर सेल भेज दिया गया। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के साकेत निवासी श्वेता अग्रवाल गृहणी हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को उन्होंने बैंक की स्टेटमेंट चेक की थी, जिसे देखकर वह हैरान रह गई। 18 अगस्त को उनके खाते से पांच मिनट के भीतर सात बार में 44 हजार रुपये निकाल लिए गए। इस दौरान उनके पास न तो कोई ओटीपी आया और न ही रुपये निकलने का कोई मैसेज। श्वेता ने बताया कि साइबर ठगों ने पहले दो सौ रुपये उनके खाते से निकाले। इसके बाद पांच बार में साढ़े आठ हजार रुपये निकाले। अंतिम बार में ठगों ने दो हजार रुपये निकाले।


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