Oxygen Plant: पूरे मंडल में 43 आक्सीजन प्लांट स्वीकृत, मेरठ में लगेंगे आठ, स्वास्थ्य सेवाओं पर जोर
कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने मंगलवार को कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए की जा रही तैयारियों को लेकर मंडलीय समीक्षा की। समीक्षा के दौरान कमिश्नर का पूरा जोर मंडल के जनपद में लगने वाले आक्सीजन प्लांट पर रहा। जरूरी दिशा निर्देश भी दिए गए।
मेरठ, जेएनएन। Oxygen Plant मेरठ में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने पर पूरा जोर है। मंडल की तमाम सीएचसी पर आक्सीजन प्लांट लगाने की योजना पर काम हो रहा है। वर्तमान में मंडल में 43 प्लांट स्वीकृत हो चुके हैं, जिसमें से मेरठ में आठ प्लांट लगाने का काम शुरू हो चुका है।
मंडलायुक्त ने की मंडलीय समीक्षा
कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने मंगलवार को कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए की जा रही तैयारियों को लेकर मंडलीय समीक्षा की। समीक्षा के दौरान कमिश्नर का पूरा जोर मंडल के जनपद में लगने वाले आक्सीजन प्लांट पर रहा। समीक्षा में सामने आया कि मंडल के जनपदों में 43 आक्सीजन प्लांट लगने के लिए स्वीकृति मिल चुकी है। जिसमें से कई प्लांट लगाने का काम भी शुरू हो चुका है। मेरठ में कुल आठ प्लांट लगाने की स्वीकृति प्रदान की गई है। समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि प्लांट लगाने में किसी भी स्तर पर कोई दिक्कत होती है तो संबंधित जनपद के डीएम तत्काल प्रभाव से समस्या को दूर करेंगे। साथ ही प्लांट के लिए मशीनरी की डिलीवरी होने पर स्थापना में कोई विलंब ना हो।
यहां लग रहे प्लांट
मेरठ मंडल में निर्माणाधीन आक्सीजन के नए प्लांट्स में जनपद मेरठ में कुल 08, गाजियाबाद में 10, गौतमबुद्धनगर में 09, बुलंदशहर में 08, हापुड़ में 06 और बागपत में 02 नए प्लांट बनाए जा रहे हैं। कई प्लांट लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया।
घट रही मरीजों की संख्या
समीक्षा में सामने आया कि वर्तमान में ब्लैक फंगस के कुल 90 मरीज उपचाराधीन है। इनमें सर्वाधिक 29-29 मरीज जनपद मेरठ और गाजियाबाद में, जबकि जनपद गौतमबुद्धनगर में 28 मरीज भर्ती हैं। ऐसे ही कोरोना संक्रमण के भी मंडल में कुल 457 एक्टिव केस हैं।