West UP Weather Update: सावन में मायूस कर रहा मानसून, पश्चिम में सामान्य से 33 फीसद कम हुई बारिश
सावन में सामान्य से कम बारिश अबतक हुई है। हर साल की अपेक्षा इस बार कम बारिश हुई है। पश्चिम में 33 फीसदी कम बारिश होने से किसानों को काफी समस्या हो रही है।
मेरठ, जेएनएन। मानसून इस बार पश्चिम उत्तर प्रदेश से मानों रूठा हुआ है। बादल आसमान में छा कर बिन बरसे लौट रहे हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में जहां अब तक 19 फीसद ज्यादा बारिश हो चुकी है, पश्चिम उत्तर प्रदेश में 33 फीसद कम बारिश हुई है। मौसम विभाग ने पश्चिम उत्तर प्रदेश में 33 जिले शामिल किए हैं। मेरठ में 27 फीसद कम बारिश हुई है। पश्चिम में सबसे कम बारिश का फीसद गाजियाबाद का है, जबकि सहारनपुर में अपेक्षाकृत ठीक बारिश हुई है। मेरठ में इस बार मानसून ने 24 जून को दस्तक दे दी थी, जबकि मौसम विभाग 29 जून को मेरठ में मानसून आगमन की तिथि निर्धारित की है। समय से पहले मानसून आने के बावजूद चार मौकों पर ही ठीकठाक बारिश देखने को मिली है। वर्ष 2019 में जुलाई में अच्छी बारिश का दौर देखने को मिला था। 330 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई थी। पूरे माह में 11 दिन जोरदार बारिश हुई थी। इन दिनों 10 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई थी। वहीं इस बार केवल पांच मौकों पर अच्छी बारिश हुई है।
बारिश न होने से वातावरण में व्याप्त आदृता कहर ढ़ा रही है। उमसभरी गर्मी से लोगों का बाहर निकलना दूभर हो रहा है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री रहा, वहीं दोपहर में भी आदृता 63 प्रतिशत तक आंकी गई।
सरदार पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा.यूपी शाही ने बताया कि मौसम विभाग ने 30 जुलाई को हल्की बारिश की संभावना जताई है। दो से आठ अगस्त के बीच मानसून और पश्चिम विक्षोभ के संयुक्त प्रभाव से सामान्य से 26 प्रतिशत अधिक बारिश हो सकती है।
एक जून से 28 जुलाई तक मानसून पर एक नजर
स्थान कमी का प्रतिशत में
दिल्ली 24
मेरठ 27
गाजियाबाद 70
बुलंदशहर 65
मुजफ्फरनगर 7
सहारनपुर 7
बागपत 35
बिजनौर 37