मवाना शुगर मिल पर चालू वर्ष में किसानों का 200 करोड़ रुपया गन्ने का बकाया Meerut News
मवाना चीनी मिल के चालू पेराई सत्र में अब तक लगभग 200 करोड़ रुपये किसानों का मिल प्रबंधन पर और चढ़ गया है। काफी जद्दोजहद के बाद पिछला भुगतान हुआ था अब नए भुगतान के लिए भी कहीं किसान को मिल व तहसील के चक्कर न काटने पड़े।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ की मवाना चीनी मिल किसानों के पिछले बकाया गन्ना भुगतान से तो मुक्त हो गई है, लेकिन चालू पेराई सत्र में अब तक लगभग 200 करोड़ रुपये किसानों का मिल प्रबंधन पर और चढ़ गया है। काफी जद्दोजहद के बाद पिछला भुगतान हुआ था, अब नए भुगतान के लिए भी कहीं किसान को मिल व तहसील के चक्कर न काटने पड़े।
करोड़ों के बकाए के साथ चीनी मिल का पेराई सत्र दो नवंबर को शुरू हुआ था। किसान संगठनों ने किसानों ने बकाया भुगतान के लिए जहां तहसील में धरना प्रदर्शन कर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे और कई बार तहसील प्रशासन की मौजूदगी में मिल अधिकारियों से वार्ता का भी रास्ता अपनाना पड़ा। काफी जद्दोजहद के उपरांत किसानों का पिछले सीजन का भुगतान मिल द्वारा किया गया। वहीं अब नवंबर व दिसंबर का लगभग दो सौ करोड़ गन्ना मूल्य भुगतान मिल प्रबंधन पर और चढ़ गया है। अब किसानों को नए भुगतान के लिए भी जद्दोजहद न करनी पड़े।
गन्ना समिति सचिव प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि चीनी मिल से पिछले वर्ष का शेष भुगतान भी 31 दिसंबर को समिति को एडवाइज सीट समेत प्राप्त हो गया है। अब चालू वर्ष में लगभग दौ सौ करोड़ रुपया किसानों के गन्ने का और हो गया है। पुराना भुगतान होने के बाद अब नए भुगतान लेने की तैयारी है। उधर चीनी मिल के अतिरिक्त महाप्रबंधक गन्ना एवं प्रशासनिक अधिकारी प्रमोद बालियान का कहना है कि चीनी मिल द्वारा पेराई सत्र 2019-2020 का 656 करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य भु्गतान किया जा चुका है। पेराई सत्र 2020-21 का गन्ना मूल्य भुगतान भी शीघ्र प्रारंभ कर दिया जाएगा।