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मेरठ में मिले Black Fungus के 20 नए मरीज, जानिए फंगस बढ़ने की वजह

Meerut में ब्लैक फंगस के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। सोमवार को 20 नए मरीजों के मिलने से संख्या 129 तक पहुंच गई। मेडिकल कालेज में अब तक 87 मरीज भर्ती हो चुके हैं वहीं जिले में ब्लैक फंगस के मरने वालों की संख्या 14 हो गई है।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Tue, 25 May 2021 09:19 AM (IST)Updated: Tue, 25 May 2021 09:19 AM (IST)
मेरठ में मिले Black Fungus के 20 नए मरीज, जानिए फंगस बढ़ने की वजह
मेरइ में तेजी से ब्‍लैक फंगस बढ़ने की यह है वजह।

मेरठ, जेएनएन। जिले में ब्लैक फंगस के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। सोमवार को 20 नए मरीजों के मिलने से संख्या 129 तक पहुंच गई। मेडिकल कालेज में अब तक 87 मरीज भर्ती हो चुके हैं, वहीं जिले में ब्लैक फंगस के मरने वालों की संख्या 14 हो गई है।

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सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि मेडिकल कालेज में 19 नए मरीज भर्ती हुए हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या 65 पहुंची है। मेरठ के 11 स्वास्थ्य केंद्रों ने ब्लैक फंगस के मरीजों की रिपोर्ट दी है, जिसमें आनंद अस्पताल में सर्वाधिक 18 मिले। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड प्रभारी डा. धीरज बालियान ने बताया कि मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस के नए मरीज लगातार पहुंच रहे हैं। उनके लिए दो वार्ड बनाए गए हैं। ब्लैक फंगस के मरीजों में से 32 कोरोना संक्रमित, जबकि 28 नान कोविड हैं। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि फंगस की दवा एंफोटेरिसिन बी की भारी कमी है। पिछले दो दिनों में महज 50 वायल इंजेक्शन मिला। बताया कि अगर 60 मरीजों के अनुपात से देखा जाए तो रोजाना चार इंजेक्शन लगने चाहिए। यानी पांच दिनों की डोज के लिए भी एक हजार से ज्यादा वायल की जरूरत है।

रविवार देर रात एंटी फंगल टेबलेट मंगवाकर मरीजों का इलाज करना पड़ा। अन्य दो दवाओं की भी उपलब्धता कराने का प्रयास किया जा रहा है। मेडिकल कालेज के सर्जन डा. वीपी सिंह ने बताया कि दो मरीजों का आपरेशन किया गया है। निजी अस्पतालों में दर्जनभर से ज्यादा आपरेशन किए जा चुके हैं। एडी हेल्थ डा. राजकुमार ने बताया कि मंडल में फंगस के मरीजों की संख्या 253 तक पहुंच गई, जिसमें मेरठ में 129, गौतमबुद्धनगर में 60, गाजियाबाद में 53, बागपत में छह व बुलंदशहर में तीन मरीज मिले हैं।

इन वजहों से बढ़ रहा फंगस : कोरोना के मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता गिरने, स्टेरायड ज्यादा लेने व शुगर बढ़ने, आक्सीजन पाइपलाइन की गंदगी, मिट्टी, पेड़ पौधों के संपर्क में आने व कई बीमारियों के एक साथ घेरने से ब्लैक फंगस पकड़ सकता है। मरीजों की आंख में सूजन, गाल व जबड़े में दर्द, सूजन, एक तरफ चेहरे में दर्द, कालापन व बेहोशी इसके लक्षण हैं।


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