मेरठ के धंजू गांव में पुलिस पर हमला करने वाले 17 आरोपित गिरफ्त से दूर
मेरठ के धंजू गांव में पुलिस पर हमला करने वाले 17 आरोपित गिरफ्त से दूर। 15 नवंबर को पुलिस और एसओजी के कब्जे से हत्यारोपित छुड़ाकर भगाया था। पहले दिन तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद सुस्त पड़ी खाकी।
मेरठ, जेएनएन। पल्लवपुरम थाना क्षेत्र के धंजू गांव में 15 नवंबर को पुलिस और एसओजी की टीम पर हमला कर हत्यारोपित को छुड़ाकर भगाने में नामजद 17 आरोपित अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। पुलिस आरोपितों के घर दबिश करने भी नहीं जा रही। घटना वाले दिन पकड़े गए चार नामजद आरोपितों को जेल में भेजकर खाकी भी सुस्त पड़ गई है।
यह था मामला
फलावदा क्षेत्र के पिलौना गांव के पास तीन हफ्ते पूर्व सकौती गांव निवासी कोचिंग संचालक सोनू गुर्जर पुत्र ज्ञान सिंह की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। थाना पुलिस के साथ एसओजी टीम भी जांच में जुटी थी। हत्याकांड़ की जांच में सोनू की पत्नी के धंजू गांव निवासी शुभम पुत्र मुनेश कुमार के साथ अवैध संबंध प्रकाश में आए थे। 15 नवंबर को फलावदा एसओ शिव वीर सिंह भदौरिया ओर एसओजी इंचार्ज वरूण शर्मा अपनी टीम के साथ धंजू गांव में शुभम पुत्र मुनेश कुमार के घर दबिश दी। शुभम को धर दबोचा। तभी उसके परिजनों ने पुलिस पर हमला कर शुभम को छुड़ाकर भगा दिया था। एसओ फलावदा ने 21 नामजद आरोपितों पर केस दर्ज कराया था। पुलिस ने शुभम का तहेरा भाई नोएडा पुलिस में सिपाही नीटू पुत्र सुरेश समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बाद में पुलिस ने राजफाश करते हुए शुभम समेत मृतक की पत्नी को भी जेल भेजा था। बाकी 17 आरोपित अभी पुलिस गिरफ्तार से दूर हैं। थानाध्यक्ष दिग्विजय नाथ शाही ने बताया कि जांच चल रही है। सभी आरोपित गिरफ्तार किए जाएंगे।