जिले में 16 हजार लोगों को लगेगी कोरोना वैक्सीन
कोरोना का टीका लगने में बस एक माह की दूरी है। पहले चरण में जिले के करीब 16 हजार हेल्थ वर्करों का टीकाकरण होगा।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना का टीका लगने में बस एक माह की दूरी है। पहले चरण में जिले के करीब 16 हजार हेल्थ वर्करों का टीकाकरण होगा। स्वास्थ्य विभाग ने एक हजार से ज्यादा लोगों को टीका लगाने के लिए प्रशिक्षित कर लिया है। केंद्र सरकार टीकाकरण की सीधी मानीटरिंग करेगी।
केंद्रीय टीम आनलाइन रखेगी नजर : सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि सरकारी एवं निजी मेडिकल कालेजों, मिलिट्री व पुलिस अस्पताल, सामुदायिक एवं अर्बन हेल्थ पोस्ट व निजी अस्पतालों के हेल्थ वर्करों को टीका लगाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसमें एएनएम, स्टाफ नर्स, पैरमेडिकल स्टाफ, इंटर्न एवं जूनियर डाक्टर शामिल हैं। पहला टीका लगने के 28वें दिन दूसरा टीका लगाया जाएगा। जिले में 24 अर्बन हेल्थ पोस्ट हैं, जहा पर तीन दिनों में टीकाकरण के 72 सत्र आयोजित होंगे। वहीं, 40 निजी अस्पतालों को भी पूल में रखा गया है। जिलेभर में टीका लगाने के लिए कुल 500 सत्र आयोजित किए जाएंगे। जिले में 62 आइस लाइन रेफ्रिजरेटर एवं 78 डीप फ्रीजर मेंटेन कर लिए गए हैं। सभी उपकरणों को ईवीआइएन मानीटरिंग सिस्टम से जोड़ा गया है, जिसके जरिए केंद्र सरकार निगरानी करेगी।
पल्स पोलियो के बाद ही लगेगा टीका : पहले चरण के टीकाकरण में डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, एएनएम व आशा शामिल हैं। इसमें सरकारी क्षेत्र के करीब सात हजार हेल्थ वर्कर हैं। 17 जनवरी को पल्स पोलियो अभियान चलेगा। ऐसा माना जा रहा है कि इसके बाद ही कोरोना टीकाकरण होगा। भारत बायोटेक की वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए सरकारी भवनों एवं सुरक्षित अस्पतालों को चुना गया है। तीन मेडिकल कालेजों में पहले दिन 11 सत्र आयोजित होंगे। 12 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में रोजाना तीन सत्र यानी कुल 36, वहीं 24 अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रति केंद्र तीन यानी 72 सत्र आयोजित होंगे। पाच लाख लोगों को टीका लगाने का भी खाका बनाया गया है। टीकाकरण के लिए एक हजार स्टाफ का पूल बना है। दस दिनों तक टीकाकरण होगा।
इनका कहना है
जिले में करीब 16 हजार को वैक्सीन लगनी है, जिसमें 15 हजार की सूची बना ली गई है। जनवरी के पहले सप्ताह में भी वैक्सीन मिल सकती है। टीका लगाने के लिए आनलाइन प्रशिक्षण चल रहा है। कोल्ड चेन को मेंटेन कर लिया गया है।
-डा. अखिलेश मोहन, सीएमओ