LockDown में भी दौड़ेंगे 15 हजार वाहन, निगम ने 4300 और बैंकों ने मांगे 4000 पास Meerut News
मेरठ में पास को लेकर प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। जहां निगम ने 4300 पास की मांग की है तो वहीं चार हजार पास की मांग बैंक ने की है। इसके साथ ही कुल 15000 पास की मांग है।
मेरठ, जेएनएन । शहर की जनता घरों में कैद होने के बावजूद लॉकडाउन में भी पंद्रह हजार वाहन सड़कों पर दौड़ेंगे। आवश्यक सेवाएं जारी रखने के लिए प्रशासन सरकारी कर्मचारी, अधिकारी, बैंककर्मी, व्यापारी, होम डिलीवरी करने वाले राइडर को पास उपलब्ध कराएगा। एडीएम सिटी का कार्यालय पास के आवेदनों के बोझ में दब गया है।
शहर में दौड़ने वाले वाहनों की संख्या नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने नई रणनीति बनाई है। सीडीओ, एडीएम सिटी तथा एसपी सिटी को शामिल करते हुए एक समिति का गठन किया गया है। समिति ने पुराने पास खत्म करते हुए नए पास जारी करने का निर्णय लिया है। नए पास कलर को¨डग के साथ जारी किए जाएंगे। अब प्रत्येक पास पर विभागाध्यक्ष के साथ साथ एडीएम सिटी के भी संयुक्त हस्ताक्षर होंगे। नगर निगम, मंडी, बैंक, उद्योग आदि के पास भी एडीएम सिटी के संयुक्त हस्ताक्षर होंगे। अब नए सिरे से पास जारी करने का सिलसिला शुरू हुआ तो एडीएम कार्यालय में आवेदनों का अंबार लग गया है और कर्मचारी हांफ गए हैं।
किसे कौन सा पास
रंग किसके लिए
सफेद - सरकारी कर्मचारी
नीला - स्वास्थ्य सेवा
पीला - सरकारी रसोई (भोजन व्यवस्था)
हरा - दुकानें और डिलीवरी करने वाले लोग
लाल - औद्योगिक संस्थान और अन्य
किसके कितने पास
नगर निगम - 4300
बैंक - 4000
बिजली - 1500
डाक विभाग - 500
बीएसएनएल - 200
उद्योग - 200
अन्य सरकारी कार्यालय - 500
आढ़ती व सब्जी व्यापारी - 1500
चिकित्सक व कर्मी - 1000
होम डिलीवरी दुकानदार - 500
जोमेटो, स्वीगी, अमेजन, - 500
ईजी डे, बिग बाजार,
मेट्रो कैश एंड कैरी, बेस्ट प्राइज
एडीएम सिटी अजय तिवारी ने बताया कि अधिकांश सरकारी कार्यालयों के पास तैयार हो गए हैं। गुरुवार को लॉकडाउन होने के कारण इन्हें लेने के लिए कोई नहीं आ सका। शुक्रवार को सभी को उनके पास मिल जाएंगे। शुक्रवार को वाहनों का आवागमन पुराने पास से ही होगा। शनिवार से नए पास से ही वाहनों का संचालन किया जा सकेगा।
किसी के हजार किसी के सैकड़ों पास
सभी सरकारी विभागों के कर्मचारी पास मांग रहे हैं। इन हालात में एडीएम कार्यालय में विभागों से जो सूची पहुंची है, उनमें भी किसी की मांग सैकड़ों में है तो किसी की हजारों में। सुबह से ही कार्यालय पर उमड़ी भीड़ दिन भर जमी रही।
सूची के साथ लिया प्रमाणपत्र
प्रत्येक विभाग से कर्मचारियों की सूची के साथ अधिकारी का प्रमाणपत्र भी लिया गया है, ताकि प्रत्येक विभाग का रिकार्ड रहे।