कोरोना खोजने निकलीं 1366 टीमें, शुगर-बीपी के मिले ज्यादा रोगी
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों की खोज के लिए एक्टिव सर्वे अभियान शुरू किया जहा शुगर और बीपी के मरीज बड़ी संख्या में मिले।
मेरठ, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों की खोज के लिए एक्टिव सर्वे अभियान शुरू किया, जहा शुगर और बीपी के मरीज बड़ी संख्या में मिले। पाच फीसद सैंपलों मे कोरोना मिला, जबकि गावों से लेकर शहर तक लोग दर्जनों बीमारियों की चपेट में मिले। तीन दिनी सर्च अभियान में करीब 12 लाख लोगों का सर्वे किया गया है। सास और बुखार के मरीजों का सैंपल लेकर आरटी-पीसीआर जाच के लिए भेजा गया है।
एसीएमओ डा. प्रवीण गौतम ने बताया कि तीन दिन में 755 संदिग्ध मरीजों की कोरोना जाच की गई, 28 में संक्रमण मिला। गुरुवार को 1366 टीमों ने गावों में पहुंचकर कोरोना मरीजों का पता लगाया। तीन दिन के अभियान में 2742 टीमों ने 11.83 लाख लोगों का सर्वे किया। इसमें शुगर के 4068, बीपी के 1845, बुखार के 800, खासी के 910, हार्ट के 341, किडनी के 113, सास के 145 और कैंसर के 107 मरीज मिले। डा. गौतम ने बताया कि 1855 मरीज ऐसे मिले, जिन्हें संक्रमण होने पर कोमाíबड कहा जाएगा। यानी, इन मरीजों में संक्रमण खतरनाक बन सकता है। दस दिनी सर्च अभियान में ज्यादा से ज्यादा संक्रमित लोगों तक पहुंचना होगा।
संक्रमण बढ़ते ही मास्क न पहनने वालों के काटे चालान
जिले में गुरुवार को मास्क न पहनने वालों के खिलाफ सघन चेकिग अभियान चलाया गया। पुलिस ने शहर और देहात में चौराहों पर लोगों के चालान किए और उनसे जुर्माना वसूला। त्योहारी सीजन के बाद जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। एसएसपी के निर्देश पर चालान काटे गए। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि उनकी टीम ने बेगमपुल, तेजगढ़ी, हापुड़ अड्डा, फुटबाल चौराहा, ईदगाह चौराहा, हापुड़ चुंगी आदि पर अभियान चलाया और बिना मास्क घूम रहे 356 लोगों के चालान काटकर उनसे एक लाख 78 हजार रुपये का जुर्माना वसूला। व्यापारियों से भी अपील की गई है कि बिना मास्क के आने वाले ग्राहकों को सामान न दें।