कैंट बोर्ड में 121 करोड़ का बजट पास, इन प्रस्तावों पर भी लगी मोहर, अब ये कार्य हो जाएंगे आसान Meerut News
कैंट बोर्ड में 121 करोड़ का बजट पास हो गया है। इसके साथ ही इस मीटिंग में सात दिन में लगे दस मोबाइल टावर को शूरू करने का निर्देश दिया गया है।
मेरठ, जेएनएन। छावनी परिषद में स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर अनमोल शूद की अगुवाई में शनिवार को हुई बोर्ड बैठक में 121 करोड़ का प्रस्तावित बजट पास हो गया है। इसके साथ ही कैंट बोर्ड के कार्यकाल को छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। कैंट बोर्ड का कार्यकाल 13 जुलाई को समाप्त हो रहा था। अब इसे 13 जनवरी तक बढ़ा दिया गया है। यह बैठक शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए हुई। फाइलों को अल्ट्रा वायलेट बॉक्स में रखा गया। छह फरवरी को हुई सिविल एरिया कमेटी की बैठक में अनुमोदित 40 मामलों को भी हरी झंडी मिल गई। डोर टू डोर ठेके को दो साल के लिए एक्सटेंड कर दिया है। यह 15..60 लाख रुपये मासिक है।
कम हुई टोल से कमाई
छावनी क्षेत्र में टोल वसूली को लेकर ठेकेदार को थोड़ी राहत दी गई है। सर्वे के अनुसार वाहनों की संख्या करीब 20 फीसद रह गई है। उसके अनुरूप ही प्रतिदिन ठेकेदार से 90 हजार शुल्क निर्धारित कर दिया गया है, जो पहले 4.21 लाख था। यह व्यवस्था छह मई से 31 मई तक के लिए की गई है। 31 मई के बाद लॉक डाउन अभी की तरह ही बढऩे पर यह व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी। कुछ बदलाव होने पर तीन दिन सर्वे किया जाएगा और उसके अनुरूप बढ़ाया घटाया जाएगा। इसके साथ ही ठेकेदार ने टोल वसूली के लिए 11 जगहों पर जो भी निर्माण किए हैं, उसके लिए 22 लाख रुपये का बिल दिया है। इसमें से कैंट बोर्ड ने 18 लाख रुपए पास किए हैं।
सात दिन में चालू करें मोबाइल टॉवर
बैठक में कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष विपिन सोढ़ी ने मोबाइल टॉवर करा मुद्दा उठाते हुए कहा कि खराब नेटवर्क के कारण बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। सदस्य बीना वाधवा ने भी कैंट में खराब नेटवर्क के कारण आरोग्य सेतु एप के इस्तेमाल में दिक्कत होने की बता कही। बोर्ड ने ठोस रणनीति बनाकर जिन 10 टॉवर के कागजात ठीक हैं उनके साथ एग्रीमेंट कर सात दिनों के भीतर शुरू कराने को कहा है।
यह प्रस्ताव भी हुए पास
-कैंट अस्पताल के दो संविदा डॉक्टर हटाए गए।
-1.45 करोड़ में बनेगी छावनी की छह सड़कें।
-सफाई कर्मचारियों के जूते-चप्पल का व्यय पास।
-छावनी में आठ जगहों पर पा हुए 20 लाख के पॉर्किंग ठेके।
-60 लाख रुपये की तहबाजारी का ठेका स्वीकृत।
-गांधी बाग की एंट्री फीस का ठेका 16.80 लाख स्वीकृत।