जुआ खेलते धरे गए 12 रसूखदार, होटल मालिक पर भी केस
जागरण संवाददाता, मेरठ : टीपी नगर थाना पुलिस ने शुक्रवार को ईरा मॉल के पास स्थित एक होटल में
जागरण संवाददाता, मेरठ : टीपी नगर थाना पुलिस ने शुक्रवार को ईरा मॉल के पास स्थित एक होटल में छापामारी कर बड़े पैमाने पर जुए का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने मौके से शहर के 12 रसूखदारों को गिरफ्तार कर दो स्कूटी व 1,41,400 रुपये बरामद किए हैं। इस मामले में होटल मालिक सहित 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस होटल की अन्य अनियमितताओं की जांच भी कर रही है।
पुलिस अधिकारियों को काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि टीपी नगर थाना क्षेत्र में दिल्ली रोड स्थित सारा होटल एवं बार में बड़े पैमाने पर जुए का गोरखधंधा चल रहा है। होटल मालिक और मैनेजर भी इस धंधे में लिप्त बताए जा रहे थे। अधिकारियों के निर्देश पर टीपी नगर इंस्पेक्टर ब्रजेश शर्मा ने शुक्रवार को होटल सारा में छापामारी की। होटल के मुखबिर की सूचना पर कमरा नंबर 105 में छापा मारा तो वहां अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए 12 आरोपितों को दबोच लिया, जबकि दो फरार होने में कामयाब हो गए। टीपी नगर इंस्पेक्टर ने बताया कि होटल मालिक मुनेंद्र चौधरी है तथा फरार हुए आरोपितों के नाम ब्रह्मपुरी निवासी पिंटू और मोंटू हैं। होटल मालिक किराए पर कमरा देकर जुआ खिलवाता था। शुक्रवार को पिंटू के नाम पर बुक था। सभी 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
ये हुए गिरफ्तार
दशमेश नगर रेलवे रोड निवासी नितिन खुराना (रीयल एस्टेट कारोबारी), देवपुरी निवासी नमन अरोड़ा (सटोरिया), लालकुर्ती निवासी नईम (कपड़ा व्यापारी), ब्रह्मपुरी सुनारों वाली गली प्रिंस रस्तोगी (ज्वैलर), सुभाष बाजार कोतवाली निवासी आशीष गुप्ता (व्यापारी), भोला रोड निवासी निक्की गुप्ता (परचून दुकानदार), इंदिरा नगर ब्रह्मपुरी निवासी विक्रांत वर्मा (प्राइवेट नौकरी), गुप्ता कॉलोनी निवासी मनोज आहूजा (दूध कारोबारी), बुढाना गेट निवासी निक्कू उर्फ सोमिल गुप्ता (हलवाई), ब्रह्मपुरी निवासी सोनू शर्मा (ट्रांसपोर्टर), देवपुरी रेलवे रोड निवासी संदीप (मल्टी नेशनल कंपनी में मार्केटिंग हेड), देवपुरी निवासी राजेश आहूजा (स्टेशनरी विक्रेता)।
छुड़ाने के लिए नेताओं का लगा तांता
पकड़े गए सभी आरोपी रसूखदार परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। लिहाजा उन्हें छुड़ाने के लिए व्यापारी नेताओं से लेकर विभिन्न पार्टियों के नेता भी थाने पहुंच गए। सिफारिश में गए लोगों ने अधिकारियों से एक मौका देने की बात भी कही, लेकिन अधिकारियों ने लिखापढ़ी होने का हवाला देते हुए साफ इन्कार कर दिया।