एनएचएआइ की जिद, 1150 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट बैरिकेड में बंद, जनता परेशान Meerut News
मेरठ से डासना तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का चौथा चरण पूरी तरह से तैयार है। जनता के पैसों से 1150 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ यह चौथा चरण सिर्फ एक छोटी सी जिद की वजह से अब तक जनता के लिए एनएचएआइ खोल नहीं रहा है।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ से डासना तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का चौथा चरण पूरी तरह से तैयार है। तकनीकी भाषा में काम भी 100 फीसद पूरा हो गया है। जनता के पैसों से 1150 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ यह चौथा चरण सिर्फ एक छोटी सी जिद की वजह से अब तक जनता के लिए एनएचएआइ खोल नहीं रहा है।
यह है जिद
जिद यह है कि चरण संख्या-दो यानी डासना से यूपी गेट वाले हिस्से का काम काफी पिछड़ गया है, इसलिए उसका साथ देने के लिए चरण संख्या चार को खोलने में देरी की जा रही है। 31 मार्च को खोलने की तैयारी को लेकर एनएचएआइ अभी संभावना जता रहा है। निश्चित रूप से तय नहीं है, कई बार निरीक्षण कर चुके सांसद भी निश्चित तिथि के बारे में जानकारी नहीं रखते। एनएचएआइ के अधिकारी व दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के प्रोजेक्ट मैनेजर का कहना है कि 31 मार्च को खोलने की तैयारी चल रही है, लेकिन अभी मंत्रालय के स्तर से स्पष्ट रूप से निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। सांसद राजेंद्र अग्रवाल का कहना है कि एक अप्रैल या उसके दो-तीन दिन बाद तो एक्सप्रेस-वे खोल ही दिया जाएगा। रही बात लोकार्पण की तो वह मई में होगा।
मेरठ-करनाल हाईवे के नानू गंग नहर पुल पर रविवार सुबह होली के दिन भीषण जाम लग गया। इस दौरान चार पहिया वाहन चालक घंटों जाम में फंसे रहे। पुलिस जाम खुलवाने में लगी रही। लेकिन देखते-देखते भीषण जाम लग गया। पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया जा सका। चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग पर रविवार को भीषण जाम लगने से वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। दो पहिया व चार पहिया वाहन घंटों जाम मे फंसे रहे और दूसरे गांव के संपर्क मार्गों से गुजरने पर वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, पुलिसकर्मी जाम खुलवाने को लेकर प्रयास में जुटे जब जाकर कई घंटे बाद यातायात सुचारू हो सका। वहीं होली का त्योहार पर अपने घर जा रहे यात्रियों को जाम में फंसकर भारी परेशानी उठानी पड़ी।