मलेशिया में फंसे युवकों को दो दिन पर नसीब होता है खाना
मलेशिया में दो अलग-अलग स्थानों पर ही एक चीनी कंपनी के चंगुल में फंसे जिले के दस युवकों में से एक ने आडियो एवं एक ने वीडियो के जरिए अपने दर्द की दास्तान भेजा है।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : मलेशिया में दो अलग-अलग स्थानों पर ही एक चीनी कंपनी के चंगुल में फंसे जिले के दस युवकों में से एक ने आडियो एवं एक ने वीडियो के जरिए अपने दर्द की दास्तान भेजा है। बंधक बनाकर रखे गए इन युवकों को इतना भी धनराशि नहीं मिलती है कि दो जून की रोटी तो दूर प्रतिदिन एक समय का ही भोजन नसीब हो सके।
जिले के कुल दस युवकों को जिले के ही घोसी कोतवाली अंतर्गत एक गांव के व्यक्ति ने मलेशिया में साठ हजार रुपये मासिक के वेतन का लालच देते हुए लाखों रुपये ऐंठ लिया। खास यह कि इन युवकों में एक उक्त एजेंट का बहनोई है। बहरहाल इनको टूरिस्ट वीजा थमा दिया। युवकों ने इस पर आपत्ति जताया तो एजेंट ने मलेशिया पहुंचते ही इनको वर्क परमिट जारी किए जाने का आश्वासन दिया। मलेशिया में इन सभी दस युवकों को एक चीनी कंपनी ने दो अलग-अलग स्थानों पर कार्य करने हेतु नियुक्त कर दिया। परमिट के बहाने इनका पासपोर्ट अपने कब्जे में ले लिया। पहले ही दिन इन युवकों के सपने चकनाचूर हो गए जब इनको जानवरों की देखभाल का दायित्व मिला। खाने के लिए इनको छह सौ मलेशियन रिगीट दिए गए। मलेशिया में स्ट्रीट फूड भी न्यूनतम 25 रिगीट है। ऐसे में इनको प्रतिदिन दो वक्त के खाने के भी लाले पड़ गए। पासपोर्ट मांगने या वेतन मांगने मांगने पर इनको कंपनी के चीनी अधिकारी मारते पीटते हैं। इनमें से कसारा केसोहनरिया निवासी दुर्गेश राजभर ने किसी प्रकार सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव राय से 14 जुलाई की दोपहर संपर्क किया। सपा के राष्ट्रीय सचिव श्री राय ने इस प्रकरण को उठाया तो भरतीय दूतावास से लेकर विदेश मंत्रालय ने आश्वासन दिया है। इसकी जानकारी मिलते ही उसी कंपनी में दूसरे स्थान पर रह रहे युवक ने ऑडियो के माध्यम से प्रताड़ना का दर्द सुनाया है। आडियो में युवक बार-बार मारपीट एवं शोषण की बात कहकर रो रहा है। उसने किसी पड़ोसी द्वारा भोजन दिए जाने की जानकारी दी है। आडियो में उसका बिलखना उसके दर्द का एहसास कराता है। उधर सपा नेता श्री राय ने इन युवकों की मदद का अभियान तेज कर दिया है। उन्होंने हर हाल में इनकी मदद का आश्वासन देते हुए वापसी की राह में आर्थिक बाधा न आने का दावा किया है।