सक्रिय होगा आक्सीजन प्लांट, बेड की संख्या में भी इजाफा
जागरण संवाददाता मऊ कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अ
जागरण संवाददाता, मऊ : कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में हैं। पिछले दो बार से कोरोना के संक्रमण से सबक लेने के बाद उससे बचाव के सारे संसाधन सक्रिय किए जा रहे हैं। एक तरफ जहां बेड की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है, वहीं आक्सीजन प्लांट भी चालू करने की तैयारी है। जिले में चार आक्सीजन प्लांट लगाए जा चुके हैं। अगले सप्ताह सभी का ट्रायल भी होगा।
कोपागंज के टडियांव अस्पताल में पहले की अपेक्षा सौ बेड बढ़ा दिए गए हैं। इसके साथ ही जिला अस्पताल में 30 बेड का पीकू वार्ड भी बनकर तैयार है। दूसरी लहर में लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी आक्सीजन को लेकर हुई थी। इस समस्या से बचने के लिए चार आक्सीजन प्लांट भी लगाए जा चुके है। अभी कुल 150 आक्सीजन कंसंट्रेटर भी मौजूद हैं। पहले जहां आइसीयू के 450 बेड थे जिसे बढ़ाकर 550 कर दिया गया है। कोपागंज के बापू आयुर्वेदिक अस्पताल को एल-1 और परदहां को एल-2 श्रेणी का अस्पताल बनाया गया था। टडियांव अस्पताल में 100 नए बेड बनकर पूरी तरह तैयार है। सभी बेड पर आक्सीजन युक्त है। इसके साथ ही परदहां में कुल 100 बेड लगे है। इसमें 20 वेंटीलेटर, दो एचएफएनसी और 30 आक्सीजन युक्त बेड हैं। बापू आयुर्वेदिक अस्पताल में 100 आक्सीजन युक्त बेड लगे हैं। निजी चिकित्सालयों में शारदा नारायण अस्पताल में कुल 100 बेड के साथ चार वेंटीलेटर, 25 आइसीयू और दो एचएफएनसी के बेड हैं। नवजीवन अस्पताल घोसी में 40 बेड, इसमें छह आइसीयू व दो वेंटीलेटर हैं। फातिमा अस्पताल के सौ बेड में चार वेंटीलेटर और 25 आइसीयू के बेड हैं। प्रकाश अस्पताल के 30 बेड में 23 आइसीयू व दो वेंटीलेटर हैं। राहुल अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 20 बेड संरक्षित है। इसमें पांच आइसीयू और दो वेंटीलेटर हैं वही 63 आक्सीजन कंसंट्रेटर भी लगाए गए हैं। इसमें परदहां में 25, बापू आयुर्वेदिक अस्पताल में 28, सीएचसी दोहरीघाट व रतनपुरा में पांच-पांच कंसंट्रेटर लगे हैं। दूसरी तरफ टढि़यांव, परदहां, मुहम्मदाबाद और महिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट बनकर पूरी तरह तैयार है। अगले सप्ताह सीएमओ और विभाग के अन्य चिकित्सकों की उपस्थिति में इसे ट्रायल किया जाएगा।
बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही आक्सीजन के उत्पादन पर फोकस किया जा रहा है। जनपद में कुल चार आक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हैं।
- डा. एसएन दूबे, मुख्य चिकित्साधिकारी