आपरेशन कायाकल्प योजना पर फिर रहा पानी
जागरण संवाददाता रामपुर बेलौली (मऊ) आपरेशन कायाकल्प के तहत परिषदीय विद्यालयों में सरका
जागरण संवाददाता, रामपुर बेलौली (मऊ) : आपरेशन कायाकल्प के तहत परिषदीय विद्यालयों में सरकार ने 14 पैरामीटर पर सुविधाएं मुहैया कराने पर जोर दिया था। ग्राम प्रधान व सचिव की उदासीनता व नजरअंदाज के कारण योजना पर पानी फिर गया है। फतहपुर मंडाव के 155 परिषदीय विद्यालयों में से मात्र 34 विद्यालय ही संतृप्त हो सके हैं। इसे पूरा करने में 14वें वित्त के अलावा प्रधानाध्यापकों ने विद्यालय का भी धन लगाया है, जबकि यह सारा कार्य प्रथम वरीयता के क्रम में ग्राम पंचायत को ही करना था। इसके तहत वर्ष 2020 में विद्यालयों को मूलभूत सुविधाओं से आच्छादित करना था। ब्लैक-बोर्ड, छात्र-छात्राओं के लिए उनकी संख्या के अनुरूप अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था, विद्यालय की दीवारों, छत और दरवाजे, खिड़की, फर्श आदि की मरम्मत व निर्माण आदि कार्य करने थे।
14 की जगह बढ़े 19 पैरामीटर
आपरेशन कायाकल्प के 14 पैरामीटर में से अधिकांश पूरे कर लिए गए हैं, लेकिन सभी पूरा करने में दिव्यांग शौचालय आड़े आ रहा है। नए शासनादेश में 14 पैरामीटर से बढ़ाकर 19 कर दिया गया है। इस शासनादेश ने प्रधानों व सचिवों के लिए परेशानी पैदा कर दिया है। उधर, प्रधान आपरेशन कायाकल्प में रुचि कम ले रहे हैं। प्रधान वही कार्य कराना चाहते हैं, जिसमें ज्यादा बचत की गुंजाइश है। इससे इस महत्वाकांक्षी योजना पर पानी फिर रहा है। अभी ग्राम पंचायतों का गठन हुआ है। हमारे यहां अधिकांश विद्यालयों में 12 से 13 पैरामीटर पर सुविधाएं उपलब्ध हैं। चुनाव से पहले ग्राम प्रधानों व सचिवों द्वारा कार्य कराए गए। इसमें विद्यालय को मिला धन भी लगाया गया। सभी विद्यालयों में दिव्यांग शौचालय नहीं हो सका है। जो 14 पैरामीटर को पूरा करने में बाधक बन गया है। इस समय पंचायतों की ओर से विद्यालयों में कोई काम नहीं हो रहा है।
-पंकज कुमार सिंह, बीईओ, फतहपुर मंडाव