तमसा के प्रदूषित पाने को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता पूराघाट (मऊ) घोसी चीनी मिल द्वारा गंदा पानी तमसा में बहाए जाने से उठ रह
जागरण संवाददाता, पूराघाट (मऊ) : घोसी चीनी मिल द्वारा गंदा पानी तमसा में बहाए जाने से उठ रहे दुर्गंध से आक्रोशित ग्रामीणों ने गुरुवार को हरदासपुर, इटौराडोरीपुर गांव में प्रदर्शन किया और पानी को तत्काल बंद कराए जाने की मांग की। चेतावनी दी कि अगर पानी बंद नहीं किया गया तो आंदोलन को बाध्य होंगे।
कोपागंज क्षेत्र के बुद्धिजीवियों का कहना है कि आजादी के तीन दशक बाद दोहरीघाट, बलराम, घोसी, कोपागंज विकास खंड के कछार के गांव की कृषि योग्य भूमि थी। सिंचाई का एकमात्र साधन छोटी सरयू का पानी थी। हरदासपुर, इटौराडोरीपुर, अब्बूपुर, हिलसा कोड़रा, चिस्तीपुर भांवरकोल, सोडसर, फै•ाुल्लाहजपुर, कछीकला, नौसेमर आदि गांवों के सैकड़ों लोग पेयजल के लिए भी तमसा के पानी पर निर्भर थे। यही नहीं हजारों वन्यजीवों की प्यास बुझाने का एक मात्र साधन वर्तमान में यही नदी ही है। ऐसे में घोसी चीनी मिल का गंदा पानी छोटी सरयू में बहाया जा रहा है। इससे छोटी सरयू का पानी काला और बदबूदार हो गया है। पानी काला होने के चलते कोई भी जानवर इस पानी को पीने पर बीमार पड़ जा रहा है। आसपास के गांवों में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इससे नाराज ग्रामीणों ने गुरुवार की सुबह जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों में बाबूराम मौर्या,रत्नेश राय दीनदयाल, लक्ष्मण, डोमराम साहनी आदि शामिल थे।