विश्वविद्यालयी परीक्षा आज से, तैयारियां अस्त-व्यस्त
जागरण संवाददाता मऊ वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में सोमवार से स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं शुरू होनी हैं बावजूद इसके रविवार को अधिकांश निजी डिग्री कालेजों के छात्रों को प्रवेश पत्र नहीं मिला। इसे लेकर प्रवेश-पत्र न पाने वाले छात्रों के कालेजों के प्रबंधकों में भगदड़ मची रही। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस वर्ष बदली हुई उत्तर पुस्तिकाओं पर परीक्षा कराए जाने का फरमान जारी किया गया है लेकिन लगभग सभी कालेजों के प्रबंधक व प्राचार्य परेशान थे कि रविवार की शाम तक उन्हें न तो प्रश्न-पत्र मिला और न ही उत्तर पुस्तिकाएं। हर ओर परीक्षा के आयोजन की तैयारियां अस्त-व्यस्त नजर आईं।
जागरण संवाददाता, मऊ : वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में सोमवार से स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं शुरू होनी हैं, बावजूद इसके रविवार को अधिकांश निजी डिग्री कालेजों के छात्रों को प्रवेश पत्र नहीं मिला। इसे लेकर प्रवेश-पत्र न पाने वाले छात्रों के कालेजों के प्रबंधकों में भगदड़ मची रही। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस वर्ष बदली हुई उत्तर पुस्तिकाओं पर परीक्षा कराए जाने का फरमान जारी किया गया है, लेकिन लगभग सभी कालेजों के प्रबंधक व प्राचार्य परेशान थे कि रविवार की शाम तक उन्हें न तो प्रश्न-पत्र मिला और न ही उत्तर पुस्तिकाएं। हर ओर परीक्षा के आयोजन की तैयारियां अस्त-व्यस्त नजर आईं।
सोमवार यानि आज पहली पाली में बीए भाग दो व तीन की संस्कृत की परीक्षा होनी है। जिले के 120 परीक्षा केंद्रों पर संस्कृत की परीक्षा का आयोजन होगा। प्रश्न-पत्र व उत्तर पुस्तिकाओं के आने में विलंब से जहां प्राचार्य परेशान थे, वहीं प्रवेश-पत्र न मिलने से छात्र भी असमंजस में दिखे। उधर, एडेड डिग्री कालेज रविवार की छुट्टी के बावजूद परीक्षा की तैयारियों एवं छात्रों को प्रवेश-पत्र वितरण के लिए खुले थे। शहर के डीसीएसके पीजी कालेज में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने पहुंचकर प्रवेश पत्र लिया। डीसीएसके पीजी कालेज के प्राचार्य डा.एके मिश्र ने बताया कि विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक की ओर से तकनीकी आधारित उत्तर पुस्तिकाएं प्रयोग में लाने का निर्देश दिया गया है। रविवार शाम तक तकनीकी आधारित उत्तर पुस्तिकाएं नहीं प्राप्त हुईं। उन्होंने देर शाम तक परीक्षा सामग्री प्राप्त हो जाने की उम्मीद जताई। इनसेट -
विश्वविद्यालय से क्यों जारी नहीं हुआ प्रवेश-पत्र
कालेजों को प्रति छात्र एक निश्चित धनराशि परीक्षा शुल्क के मद में विश्वविद्यालय प्रशासन को भेजनी होती है। इस बार परीक्षा के बिना ही प्रमोट कर दिए जाने की उम्मीद में अधिकांश निजी कालेजों के प्रबंधकों ने छात्रों से तो शुल्क ले लिया, लेकिन विश्वविद्यालय में नहीं जमा किया। ऐसे दर्जनों कालेजों के छात्रों का जब रविवार को प्रवेश-पत्र विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से नहीं जारी किया गया तो सभी कालेजों के प्राचार्य-प्रबंधक भाग कर जौनपुर स्थित पूर्वांचल विश्वविद्यालय गए और शुल्क जमा किए। इधर, छात्र असमंजस में थे कि जब प्रवेश पत्र ही नहीं मिलेगा तो वे कैसे परीक्षा देंगे।