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शौचालय एमआइएस के आधार पर तीन ब्लाक ओडीएफ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत दो अक्टूबर महात्मा गांधी की जयंती पर पूरे प्रदेश को ओडीएफ करना पूरा होता नहीं दिख रहा है। बीते वर्ष की लापरवाही का आलम प्रशासन को भोगना पड़ रहा है। इसकी का नतीजा है कि भले ही कागजों में शौचालयों का एमआइएस दिखाकर प्रशासन रानीपुर, मुहम्मदाबाद गोहना व परदहां विकास खंड को ओडीएफ यानि खुले में शौचमुक्त कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 05:48 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 10:13 PM (IST)
शौचालय एमआइएस के आधार पर तीन ब्लाक ओडीएफ
शौचालय एमआइएस के आधार पर तीन ब्लाक ओडीएफ

जागरण संवाददाता, मऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत दो अक्टूबर महात्मा गांधी की जयंती पर पूरे प्रदेश को ओडीएफ करना पूरा होता नहीं दिख रहा है। बीते वर्ष की लापरवाही से प्रशासन को भोगना पड़ रहा है। इसकी का नतीजा है कि भले ही कागजों में शौचालयों का एमआइएस दिखाकर प्रशासन रानीपुर, मुहम्मदाबाद गोहना व परदहां विकास खंड को ओडीएफ यानी खुले में शौचमुक्त कर दिया है। हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा 30 सितंबर को ही की जाएगी। आलम यह है कि भले ही तीन ब्लाकों को ओडीएफ कर प्रशासन अपनी पीठ थपथपा रहा है परंतु गांवों में अभी भी गंदगी पसरी है। हकीकत यह भी है कि अभी गांवों में हजारों की तादात में लोग शौचालय से वंचित हैं।

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बीते वर्ष की प्रशासनिक ढिलवाई का नतीजा इस वर्ष भुगतना पड़ रहा है। बीते पूरे वर्ष विकास भवन के लाख जोर लगाने के बाद भी मात्र 57 गांव ही किसी तरह खुले में शौच से मुक्त हो पाए। मार्च तक मिशन की खराब हालत देख खुद जिलाधिकारी ने कमान अपने हाथ में ली और सुबह-शाम सभी ग्राम पंचायतों की समीक्षा ब्लाकवार की जाने लगी। जिलाधिकारी के बदले तेवर से मिशन की गति बढ़ी। हालांकि मात्र छह माह में ही 1417 गांवों को ओडीएफ करना था। तेजी का नतीजा रहा कि मिशन का स्वरूप भी बदलने लगा। इस बीच दो दिन पूर्व जहां प्रशासन ने सबसे छोटे ब्लाक परदहां को ओडीएफ कर दिया तो गुरुवार को सबसे बड़े ब्लाक में शुमार रानीपुर ने भी बाजी मार ली। शुक्रवार को देखते ही देखते मुहम्मदाबाद गोहना को भी ओडीएफ कर दिया गया। हालांकि यह केवल कागजों पर ब्लाकवार आवंटित लाभार्थियों को शौचालय निर्माण के मद में मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को खातों में भेजकर किया गया। अब भले ही प्रशासन तीन ब्लाकों को ओडीएफ करने के बाद जल्द पूरे जनपद को ओडीएफ करने का दावा करें परंतु सवाल उठना लाजिमी है कि क्या केवल लाभार्थियों के खाते में धनराशि प्रेषित करना ही ओडीएफ कहलाता है या गांव को खुले में गंदगी से पूर्णरूपेण मुक्त कर।

प्वाइंटर--

1,69,600 कुल लक्ष्य बेसलाइन सर्वे के मुताबिक

3161 मात्र ही बचे अवशेष

21,584 रानीपुर का लक्ष्य

12,509 परदहां

20,656 मुहम्मदाबाद गोहना का लक्ष्य इनसेट--

25 सितंबर से पहले जनपद होगा ओडीएफ

बेसलाइन सर्वे के मुताबिक एमआइएस कराकर तीन ब्लाकों को ओडीएफ करने के बाद अब प्रशासन जल्द ही जनपद को ओडीएफ कर देगा। सूत्रों की माने तो दो दिन के अंदर दोहरीघाट व बडरांव भी ओडीएफ हो जाएंगे। इसके बाद बचे घोसी, कोपागंज, रतनपुरा व फतहपुर मंडाव ब्लाकों को भी प्रशासन जल्द खुले से शौचमुक्त एमआइएस के आधार पर कर दिया जाएगा। इसके लिए शुक्रवार को छुट्टी के दिन भी प्रशासनिक अमला कहीं गांव तो कहीं ब्लाकों पर डंटा रहा। वर्जन--

जनपद के तीन ब्लाकों में बेसलाइन सर्वे के हिसाब से एमआइएस कराते हुए ब्लाक ओडीएफ हो गए हैं। 30 के पूर्व जनपद को ओडीएफ कर दिया जाएगा। अभी केवल यह एमआइएस के आधार पर ही किया जा रहा है। शासन से शौचालय निर्माण के लिए तीन माह का समय मिलेगा। इसके अंदर सभी घरों में शौचालयों का निर्माण करा दिया जाएगा।

- एसपी ¨सह, जिला पंचायत राज अधिकारी।


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