कद तो बढ़ा पर नहीं बदली नगर पंचायत की सूरत
कुर्थीजाफरपुर गांव को भले ही नगर पंचायत का दर्जा देकर उसका कद ।
जागरण संवाददाता, मऊ : कुर्थीजाफरपुर गांव को भले ही नगर पंचायत का दर्जा देकर उसका कद तो बढ़ा दिया गया हो लेकिन डेढ़ वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी इसकी सूरत नहीं बदल सकी। वैसे तो तंज और सकरी गली इसकी मूल पहचान बनी हुई है। यहां रोजाना जाम लगना आम बात हो चुकी है। बारिश में परेशानी गंभीर हो जाती है। इसका मूल कारण है पानी की निकासी का नहीं होना। बाजार के पश्चिम तरफ से लेकर पूरब तरफ बसारथपुर तक हल्की बारिश में ही सड़क जलमग्न हो जाती है। यही हाल गलियों व मोहल्लों का भी है।
पांच दिसंबर 2019 को नगर पंचायत कुर्थीजाफरपुर का गठन दो ग्राम पंचायत कुर्थीजाफरपुर और पारा को मिलाकर किया गया था। इसकी आबादी वर्तमान समय में 20,500 के करीब है। जब इसे नगर पंचायत का दर्जा मिला तो लोगों के अंदर यह आस जगी कि आने वाले कुछ ही दिनों में सभी समस्या से निजात मिल जाएगी। डेढ़ वर्ष से अधिक बीत जाने के बाद भी समस्याएं विकराल बनती जा रही है। चाहे गर्मी हो या बरसात नगर पंचायत के लोगों को गंदगी और जलजमाव के बीच ही जीवन गुजारना पड़ रहा है। सबसे बड़ी समस्या में शुमार सड़क और गलियों में जलजमाव का है। लोग इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कई बार अधिकारियों से गुहार लगा चुके है। अधिकारी अभी समस्या से निजात दिलाने के लिए प्लान बनाने में ही जुटे हैं। बरसात का महीना सिर पर आ चुका है, परंतु योजना धरातल पर कब आकार लेगी यह भविष्य के गर्भ में छिपा है। दूसरी तरफ बाजार से लेकर चारों तरफ पड़े गंदगी के ढेर भी महामारी से बचाव के दावे की पोल खोल रहे हैं।
वर्जन
नगर पंचायत में जलजमाव वाले सभी स्थानों को चिह्नित किया गया है। लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। साफ सफाई की व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
- जयप्रकाश यादव, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत कुर्थीजाफरपुर