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डेढ़ साल पहले बनी सड़क हुई जस की तस

कोपागंज ब्लाक के युसूफपुर गांव में लोक निर्माण विभाग की तरफ से बनाई गई सड़क डेढ़ साल में ही पुराने स्थिति में पहुंच गई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Dec 2020 10:13 PM (IST)Updated: Sun, 27 Dec 2020 10:13 PM (IST)
डेढ़ साल पहले बनी सड़क हुई जस की तस
डेढ़ साल पहले बनी सड़क हुई जस की तस

जागरण संवाददाता, पुराघाट (मऊ) : कोपागंज ब्लाक के युसूफपुर गांव में लोक निर्माण विभाग की तरफ से बनाई गई सड़क डेढ़ साल में ही पुराने स्थिति में पहुंच गई। इसकी वजह से मार्ग से गुजरना काफी मुश्किल हो गया है। इसे लेकर लोगों में आक्रोश है। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द मार्ग को ठीक नहीं किया गया तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे।

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ब्लाक क्षेत्र के डांड़ी मोड़ से अदरी तक लगभग छह किलोमीटर की सड़क का लोक निर्माण विभाग ने डेढ़ वर्ष पूर्व चौड़ीकरण किया था। उस समय भी घटिया सामग्री के प्रयोग का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने काम को बंद कराने की मांग की थी। ठेकेदार ने बेहतर निर्माण का आश्वासन दिया था। इसके बाद जल्दबाजी में काम को पूरा कर भुगतान भी करा लिया गया। हकीकत यह है कि आज तक कुछ जगहों पर सड़क बनाई ही नहीं गई। मार्ग पर बड़े पत्थर के टुकड़े और उड़ती धूल ने लोगों की समस्या को और बढ़ा दिया है। गांव के घनश्याम, रामजन्म, सनेही, रामअवध, जितेंद्र, हरिशंकर, राजेश आदि ने कहा कि विभाग की अनदेखी से सड़क की हालत बदतर हुई है। वहीं जनपद मुख्यालय पर सोमवार को आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्षेत्र में पूर्व में निर्मित दो सड़कों का लोकार्पण तो किया लेकिन क्षेत्र में जर्जर सड़कों के निर्माण की उम्मीद नहीं पूरी हो सकी। अब देखना होगा कि क्षेत्र की जर्जर सड़कों का कायाकल्प कब तक होता है। क्षेत्र के दर्जन भर मार्ग ऐसे हैं जिन पर चलना मुश्किल है, यह हालत तब है जब प्रदेश की सरकार में वन एवं पर्यावरण विभाग के कैबिनेट मंत्री जैसे महत्वपूर्ण ओहदे पर क्षेत्रीय विधायक विराजमान हैं।

क्षेत्र में सुग्गीचौरी से नकियहवा तक, मधुबन से दुबारी परसिया जयरामगीरी मार्ग, दोहरीघाट मार्ग, अहिरौली-लालनपुर सहित लगभग एक दर्जन ऐसे मार्ग हैं। जिन पर चलना दुर्घटना को आमंत्रण देने के बराबर है। इन सड़कों के निर्माण की मांग ग्रामीणों द्वारा वर्षों से की जा रही है। जनप्रतिनिधि और नेताओं द्वारा अक्सर निर्माण का भरोसा भी दिया जाता रहा है लेकिन आजतक जर्जर सड़कों के निर्माण की कौन कहे इस दिशा में कोई कवायद भी होती नजर नहीं आई। इसी बीच जनपद मुख्यालय पर सोमवार को मुख्यमंत्री के आने और भाजपा के जिला महामंत्री राधेश्याम सिंह द्वारा क्षेत्र की समस्यायों से मुख्यमंत्री को अवगत कराने की बात से क्षेत्र के लोगों में आशा की एक उम्मीद दिखाई पड़ी थी कि शायद मुख्यमंत्री क्षेत्र में सड़कों के सौगात की कुछ घोषणा कर देंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। लोग एक बार फिर सड़कों के कायाकल्प को लेकर नाउम्मीद होने लगे हैं। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि जो सड़क काफी दिनों से बनकर पड़ी हुई थी, उसका लोकार्पण कराकर विभाग भले ही वाहवाही लूट रहा है लेकिन क्षेत्र की जर्जर सड़कों पर न तो क्षेत्रीय विधायक काबीना मंत्री का ध्यान है, न ही विभाग का।


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