देखरेख बिना आधी हो गई गोशाला में पशुओं की संख्या
जागरण संवाददाता पुराघाट (मऊ) सीएम योगी सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में शामिल छुट्टा
जागरण संवाददाता, पुराघाट (मऊ) : सीएम योगी सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में शामिल छुट्टा पशुओं को गोशाला में रखने की योजना पूरी तरह से मटियामेट होने की ओर है। कोरोना संक्रमण के बाद लगाए गए लाकडाउन की वजह से देखरेख के अभाव में यहां पशुओं की संख्या आधी हो गई है। यही नहीं यह भूख-प्यास से छटपटा भी रही हैं। यहां कोई कर्मचारी भी अब इनकी देखभाल करने नहीं आता है। यही हाल लगभग जनपद के हर गोशाला की है।
कोपागंज ब्लाक क्षेत्र के एकौना ग्राम पंचायत स्थित गोशाला की स्थिति बहुत ही दयनीय है। यहां लगभग 80 गायें हुआ करती थी। अब यहां सिर्फ 20 से 25 गाय ही हैं। उनकी भी हालत खराब है। कुछ तो मरने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। इनकी कोई देखभाल करने वाला नहीं है। परिसर में चारों तरफ गंदगी फैली हुई है। देखने से लग रहा है कि महीनों से इसकी सफाई नहीं हुई है। बाड़ बनाकर बस उन्हें रख दिया गया है। एकौना ग्राम पंचायत स्थित गोशाला की ग्रामीणों की शिकायत पर निरीक्षण करने जब जागरण टीम पहुंची तो हकीकत सामने आ गई। ग्राम वासियों ने बताया कि शुरू में तो देखभाल गोशालाओं की हुई लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या दो तिहाई होकर रह गई है। उनके मरने के बाद वही गाड़ दिया गया। यही नहीं कुछ तो गोशाला से बाहर निकल गई। चारों तरह घेरे गए तार के बाड़े टूटकर नष्ट हो गए हैं। इससे मवेशी यहां से आसानी से निकलकर सड़कों पर घूम रहे हैं। इसकी वजह से आस-पास के किसानों के माथे पर चिता की लकीरें खिच गई है। अब वह धान की नर्सरी डालने की तैयारी में है। ऐसे में यह छुट्टा पशु नर्सरी को रौंदने में कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।
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किसी भी सूरत में मवेशी बाड़े से बाहर नहीं निकलने चाहिए। अगर मवेशी बाहर निकले हैं तो संबंधित जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शीत सिंह, एडीओ पंचायत कोपागंज।